डेंगू व मलेरिया से मौत पर झूठ का पर्दा

-स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अभी तक बुखार या डेंगू से नहीं हुई कोई मौत -हर क्षेत्र में फैली बीमारी रोजाना कहीं न कहीं से आ रही जानकारी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:56 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:56 PM (IST)
डेंगू व मलेरिया से मौत पर झूठ का पर्दा
डेंगू व मलेरिया से मौत पर झूठ का पर्दा

हरदोई: केस एक: सांडी क्षेत्र के श्रीमऊ निवासी सर्वंद्र की बुखार से मौत हो गई। सीएचसी से जो रिपोर्ट दी गई, उसमें बताया गया कि वह बीमार हुआ, उसने खुद दवा खरीद कर खा ली। स्वजन उसे सीएचसी लाए, फिर निजी अस्पताल लेकर गए। जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसकी लखनऊ ले जाते समय मौत हो गई।

केस दो: हरपालपुर क्षेत्र के परचौली निवासी संजेश की पुत्री स्त्रष्टि को तेज बुखार आने पर स्वजन पहले उसे सीएचसी लेकर गए, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां से लखनऊ भेजा गया, लेकिन उसकी मौत हो गई, लेकिन सीएचसी से उसकी भी बुखार से मौत नहीं बताई गई।

बुखार या डेंगू से जिले में कोई मौत नहीं हुई! यह हम नहीं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े कह रहे हैं। खबर में शामिल दो केस तो महज समझाने के लिए हैं। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं होगा जहां बुखार से मौत न हुई हो, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसे मानने को तैयार नहीं है। हर मौत का कोई न कोई दूसरा कारण बताकर पर्दा डाल दिया जाता है।

बीमारियों के नियंत्रण को लेकर दावे तो बहुत किए जा रहे हैं। चिकित्सकों की टीम भी लगी है, पर कारण जो भी हो, मलेरिया के साथ ही डेंगू का भी प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिला अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है और तो और अब तो पलंग भी खाली नहीं मिल रहे हैं। इन हकीकतों को स्वीकार कर बचाव के प्रभावी कार्यों के बजाए स्वास्थ्य विभाग वाहवाही लूटने के लिए आंकड़े बाजी कर रहा है और विभाग की जो रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें बुखार या फिर डेंगू से कोई मौत नहीं बताई गई है। -बुखार या फिर डेंगू से जिले में अभी तक किसी भी मौत की सूचना नहीं है। कई मामलों में ऐसा होता है कि बीमारी कोई और होती है, कभी कभी मरीज को बुखार भी आ जाता है। उसकी मौत बुखार से नहीं मानी जाएगी। जिले में समुचित व्यवस्थाएं हैं और मरीजों का बेहतर उपचार किया जा रहा है। ---डॉ. सूर्य मणि त्रिपाठी, सीएमओ

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