भूमिहीनों के नाम खेत दिखाकर बेची गई उपज

जिले में 3413 राशन कार्ड धारकों को तीन लाख से अधिक उपज बेचने पर किया गया था चिह्नित

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:49 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:49 PM (IST)
भूमिहीनों के नाम खेत दिखाकर बेची गई उपज
भूमिहीनों के नाम खेत दिखाकर बेची गई उपज

हरदोई (राजीव शर्मा): सरकारी क्रय केंद्रों पर राशन कार्ड धारकों के नाम पर तीन लाख से अधिक की गई खरीद में लगातार नए-नए मामले प्रकाश में आ रहे हैं। तीन लाख रुपये की उपज बेचने वाले राशन कार्ड धारकों के सत्यापन में 789 राशन कार्ड ऐसे पाएं गए, जोकि भूमिहीन हैं, लेकिन उनके नाम खेत दिखाकर फसल बेच दी गई । विभाग ऐसे सभी कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे खास बात तो यह कि यह अधिकांश वह लोग हैं जिन्हें कमीशन का लालच देखकर उनसे कागज ले लिए गए, लेकिन खेल किसने किया, इसकी जांच नहीं हो सकी है।

शासन की ओर से विगत सत्र में सरकार क्रय केंद्रों पर बेची गई उपज की मानीटरिग की गई। जिसमें पाया गया कि जो राशन कार्ड धारक है। उन्होंने तीन लाख से अधिक कीमत की उपज बेची है। प्रदेश में चिह्नित किए गए 43 हजार राशन कार्डों में 3413 जिले के राशन कार्ड धारक थे। इन राशन कार्ड धारकों ने एक अरब 57 करोड़ 61 लाख दस हजार 512 रुपये कीमत की फसल बेची थी। इनमें 13 गैर जनपद के 51 राशन कार्ड धारक भी शामिल थे। प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग से सभी राशन कार्डों की पात्रता की जांच कराई गई। जांच में प्रकाश में आया कि 789 राशन कार्ड धारक भूमिहीन हैं। वह राशन कार्ड के लिए पात्र हैं, मगर उनको भूमिधर बनाकर फसल बेच दी गई है। वहीं 480 के पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है। उन लोगों ने भी आय से अधिक कीमत की फसल बेच दी। इनके राशन कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। राशन कार्ड के लिए पात्र होने के बावजूद उपज बेचने के खेल में शामिल होने के कारण उनको निश्शुल्क मिलने वाले राशन से भी हाथ धोना पड़ेगा। जिला पूर्ति अधिकारी संजय पांडेय ने बताया कि राशन कार्ड के लिए वार्षिक आय निर्धारित है। उससे अधिक आय वाले सभी राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगें।

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