मतगणना केंद्रों पर चौबीस घंटे काम करेंगी कोविड हेल्प डेस्क
थर्मल स्कैनर पल्स ऑक्सीमीटर मास्क सैनिटाइजर रहेगा उपलब्ध
हरदोई : कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के ²ष्टिगत बचाव के उद्देश्य से दो मई को होने वाली मतगणना केंद्रों पर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना कराई जाएगी। यह चौबीस घंटे काम करेगी। इसकी जिम्मेदारी सीएमओ को सौंपी गई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले में 19 विकास खंडों पर मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। हेल्प डेस्क पर पर्याप्त चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, आवाश्यक दवाओं के साथ ही सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क उपलब्ध कराए जाएं। प्रत्येक केंद्र पर एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। सभी व्यवस्थाएं हेल्प डेस्क पर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
बताया कि दो मई को सभी मतगणना केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना के लिए बड़ी संख्या मतगणना कार्मिक, मतगणना अभिकर्ता, प्रत्याशी उपस्थित होंगे, बड़ी संख्या को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं कराई जानी हैं। बताया कि मतगणना विकास खंड संडीला की दिव्यानंद पीजी कालेज संत कृपाल नगर संडीला, सांडी की कृषि उत्पादन मंडी समिति सांडी, हरियावां की एसएस डिग्री कालेज जतुली, टड़ियावां की ज्ञानदीप डिग्री कालेज टड़ियावां, कछौना की एसएमडी पटेल महाविद्यालय कछौना, कोथावां की श्री स्वर्गीय कोटपाल सिंह महाविद्यालय अटिया मझिगवां, बिलग्राम की बीजीआर इंटर कालेज बिलग्राम, शाहाबाद की नवीन गल्ला मंडी शाहाबाद, टोडरपुर की राजकीय महाविद्यालय टोडरपुर, माधौगंज की श्री नरपति सिंह इंटर कालेज माधौगंज, बावन की राजकीय पॉलीटेक्निक तत्योरा, मल्लावां की बीएन इंटर कालेज मल्लावां, सुरसा की डॉ. हरिशंकर मिश्र महाविद्यालय मलिहामऊ, भरावन की शहजादे सिंह पीजी कालेज अतरौली, हरपालपुर की राजवती औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पिहानी, अहिरोरी की स्वर्गीय रामदयाल स्मारक डिग्री कालेज बघौली चौराहा एवं बेहंदर की संतोष महाविद्यालय बेहंदर में होगी। ऑक्सीमीटर और वेपोराइजर की वसूली जा रही मनमानी कीमत
हरदोई: कोरोना संक्रमण बढ़ने से ऑक्सीमीटर और वेपोराइजर की बढ़ी मांग का जमाखोर फायदा उठा रहे हैं। पल्स ऑक्सीमीटर खोजे नहीं मिल रहा है, जिनके पास है वह इसकी मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। यही हाल वेपोराइजर का है। लोगों का कहना है कि प्रशासन गोपनीय जांच कराए तो जमाखोरों की पोल खुल जाएगी।
होम आइसोलेट संक्रमित मरीजों या फिर जो सावधानी बरतना चाहते हैं, वह सभी पल्स ऑक्सीमीटर और वेपोराइजर घर में रखना चाहते हैं, जिससे कभी दिक्कत महसूस हो तो घर पर ही ऑक्सीजन की जांच हो जाए और संक्रमण से बचने के लिए आसानी से भाप ली जा सके। इसी का दुकानदार फायदा उठा रहे हैं। जो ऑक्सीमीटर अधिकतम 500 रुपये का बिकता था वह दो हजार रुपये में भी नहीं मिल रहा है। लोगों का कहना है कि मेडिकल स्टोर संचालक उनसे सीधे कह देते, इतने रुपये का मिलेगा लेना है तो लो नहीं तो भागो। यही हाल वेपोराइजर का है। अमूमन चेहरे पर भाप लेने या फिर कभी कभी किसी को जरूरत पड़ने वाले इस वेपोराइजर की मांग बढ़ जाने से 250 के स्थान पर यह एक हजार रुपये तक का बेचा जा रहा है। लोगों का कहना है कि दुकानदार पहले न होने की बात कह देते हैं और देख लेते हैं कि ज्यादा जरूरत है तो उसकी मनमानी कीमत वसूलते हैं, जिससे लोग परेशान हैं। अभिहित अधिकारी सतीश कुमार का कहना है कि इसकी गोपनीय जांच कराई जा रही है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।