मदद के लिए बढ़ रहे हाथ
-कोरोना वॉरियर्स के रूप में युवाओं ने पेश की मिसाल -कोई ऑक्सीजन तो कोई घर पहुंचा रहा दवा खाना भी खिलाने में आगे
हरदोई: कोरोना वॉरियर्स के रूप में युवा जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। कोई ऑक्सीजन सिलिडरों का इंतजाम कर रहा तो कोई संक्रमितों के घर दवा पहुंचा रहा है। इतना ही नहीं राशन और भोजन तक बांट रहे हैं। बिना किसी शोर शराबा के मदद कर रहे युवाओं की चारों तरफ सराहना हो रही है।
हर जरूरतमंद की मदद में खड़ी होने वाली नेकी की दीवार ने इसमें सराहनीय काम शुरू किया। संयोजक सचिन मिश्र के नेतृत्व में हर सदस्य मदद कर रहा है तो युवा अधिवक्ता ऐशर्य प्रताप सिंह, शास्वत अग्रवाल, अमित सिंह, अनुभव बाजपेई, सुशील कुमार, गुंजन त्रिपाठी ने ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए कदम बढ़ाए तो उदित पाठक ने घर घर दवा पहुंचाना शुरू किया। विक्रम पांडेय, शिप्रा सोनकर और उनकी टीम ने लोगों को राशन और खाने का इंतजाम किया। एक अकेला नहीं, जिसे जो सामर्थ है वह कर रहा है। मुकेश पांडेय मरीजों को भर्ती कराने से लेकर खाने तक का इंतजाम कर रहे हैं। मानवता फाउंडेशन के विनय मिश्र, अनुराग शुक्ल और उनकी टीम हर मदद कर रही है। इन युवाओं की मदद से न जाने कितने लोगों की जान बच चुकी है और चारों तरफ सराहना हो रही है। सो रहे समाज के ठेकेदार
कोई भी सरकारी कार्यक्रम हो। सरकारी ग्रांट लानी हो या फिर नेताओं के कार्यक्रम हों, सभी में खुद को बड़ा बड़ा समाजसेवी लिखवाने वाले कोरोना संक्रमण काल में दिखाई नहीं दे रहे हैं। यही नहीं एनजीओ को माध्यम से सरकारी धन लाने वाले, बड़े कार्यक्रम कराकर उनकी फोटो से मदद लेने वाले आदि कोई भी समाजसेवी संक्रमण काल में मदद को आगे नहीं आ रहे हैं।