सेलरी इंक्रीमेंट के नाम पर क्लर्क ले रहा था रिश्वत, एंटी करप्शन ने रंगे हाथों पकड़ा

हरदोई में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक को भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 07:16 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 07:16 PM (IST)
सेलरी इंक्रीमेंट के नाम पर क्लर्क ले रहा था रिश्वत, एंटी करप्शन ने रंगे हाथों पकड़ा
सेलरी इंक्रीमेंट के नाम पर क्लर्क ले रहा था रिश्वत, एंटी करप्शन ने रंगे हाथों पकड़ा

 हरदोई, जेएनएन। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक को भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने गुरुवार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। वरिष्ठ सहायक सफाई कर्मचारियों की वेतनवृद्धि लगाने के नाम पर रुपये मांग रहे थे। सफाई कर्मचारी नेता ने पांच लाख में सौदा कर शिकायत की थी और उसी पर लखनऊ से आई टीम ने जिला महिला अस्पताल से रुपये लेते पकड़ लिया। कोतवाली शहर में लिपिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।

ग्राम पंचायतों में तैनात सफाई कर्मचारियों की वेतनवृद्धि लगनी है। जिला पंचायत राज अधिकारी का आदेश भी जारी हो चुका था, लेकिन वरिष्ठ लिपिक कमलेश कुमार श्रीवास्तव वेतन वृद्धि नहीं लगा रहे थे। सफाई कर्मचारी नेता अमित कुमार के अनुसार कमलेश कुमार उनसे साथियों समेत वेतनवृद्धि लगवाने के लिए पांच लाख रुपये मांग रहे थे। उन्होंने अपनी वेतनवृद्धि लगवाने का 50 हजार रुपये में सौदा किया कर इसकी भ्रष्टाचार निवारण संगठन में शिकायत की थी। गुरुवार को लिपिक कमलेश कुमार को रुपये देने थे। कर्मचारी अमित ने उन्हें जिला महिला अस्पताल परिसर में बुलाया था। एंटी करप्शन टीम प्रभारी जगन्नाथ के साथ पूरी टीम पहले से ही मौजूद थी। जैसे ही लिपिक कमलेश कुमार ने कर्मचारी अमित कुमार से 50 हजार रुपये लिए।

उसी समय टीम ने उन्हें रंग हाथ पकड़ लिया। मौके की स्थिति देखते हुए टीम उन्हें कछौना कोतवाली लेकर चली गई। फिर उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद कोतवाली शहर लाया गया। सीओ सिटी विजय कुमार राणा ने बताया कि टीम प्रभारी की तहरीर पर वरिष्ठ लिपिक कमलेश कुमार के खिलाफ कोतवाली शहर में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। आगे की जांच हो रही है।

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