निजी भवनों के मालिकों को नहीं कल के लिए जल की चिता

-जिले में नहीं हैं बिल्डर प्लाटिग कर बेच रहे भूमि -मुख्य मार्गों के किनारे तो बड़े भवनों में नहीं छोड़ी जा रही पार्किंग तक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:03 PM (IST)
निजी भवनों के मालिकों को नहीं कल के लिए जल की चिता
निजी भवनों के मालिकों को नहीं कल के लिए जल की चिता

हरदोई : भूमि की कीमतों और पक्कीकरण ने भावी पीढ़ी के लिए जल की चिता को गौड़ कर दिया है। निजी भवनों के मालिकों को कल के लिए जल की चिता नहीं है, हां वह अग्निकांड की आशंका के ²ष्टिगत बचाव के लिए धरती की कोख से पानी लेने के लिए बड़ी बोरिग जरूर करा रखे हैं। बरसात की एक-एक बूंद सहेजना तो दूर, छत पर गिरने वाली बूंदों को भी सहेजने के प्रति जागरूक नहीं दिखाई दे रहे हैं।

निजी भवन एवं व्यावसायिक कांप्लेक्स आदि में बारिश की बूंद सहेजने के कोई इंतजाम नहीं दिखाई नहीं देते हैं। शहर से लेकर कस्बों तक अब बड़े-बड़े व्यावसायिक भवनों का निर्माण हो रहा है। पुराने भवनों को छोड़ दें तो नए भवनों में भी रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बन रहे हैं। बारिश के जल को संग्रहीत एवं संरक्षित करने की व्यवस्था न होने से पानी फुटपाथ, नालियों-नाला में बहकर समाप्त हो जाता है।

श्रीवेणी माधव विद्यापीठ में है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम : जल के महत्व और धरती की कोख भरने के लिए सरकारी व्यवस्था को छोड़कर कुछ लोगों में ही चिता दिखाई देती है। श्रीवेणी माधव विद्यापीठ में रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कई साल से बना हुआ है, जिसमें इंटर कालेज के साथ ही राम जूनियर हाईस्कूल, बाल विहार एवं तारा एकेडमी स्कूल की छतों का बारिश का पानी सहेजा जा रहा है।

यह है व्यवस्था : रुफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम निर्माण के लिए भवन निर्माण के लिए मानचित्र स्वीकृत कराते समय एरिया को मानक बनाया गया है। विनियम क्षेत्र के अभियंता एमके मिश्रा का कहना है कि बिल्डर के रुफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनवाना अनिवार्य नहीं किया गया है। निजी क्षेत्र में 500 वर्ग मीटर या इससे अधिक क्षेत्रफल के भू-भाग में भवन निर्माण के लिए मानचित्र स्वीकृत किए जाने के समय रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के निर्माण की अनिवार्यता दी गई है। बताया कि जिले में निजी क्षेत्र के इस मानक में कम ही भवन बने हुए हैं।

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