रंग-बिरंगी मिठाई बिगाड़ सकती है सेहत
- दिवाली को लेकर शहर से लेकर कस्बों में सजने लगी दुकानें
हरदोई : दीपावली पर शहर से लेकर कस्बों में मिठाई की दुकानें सजने लगी हैं। यहां पर रंग बिरंगी मिठाइयां बीमारियों को दावत दे रही हैं। ज्यादातर दुकानों में मिलावटी और दूषित खोवा से बनी मिठाइयों की बिक्री हो रही है। विभागीय कार्यशैली से खोवा में मिलावट करने वालों के हौसले बुलंद हैं। वर्कदार मिठाइयां सेहत के लिए खतरनाक हैं।
दुकानदार डिब्बों पर नहीं डालते एक्सपायरी : मिठाइयों के डिब्बों पर एक्सपायरी लिखा होना जरूरी है। अधिकतर दुकानदार मिठाई के डिब्बों पर एक्सपायरी लिखना जरूरी नहीं समझते। मिठाई खरीदते समय रखें ध्यान
- रंग-बिरंगी मिठाइयां खरीदने से बचें।
- विश्वसनीय दुकान से ही मिठाई खरीदें।
- मिठाई खरीदते समय चखकर जरूर देख लें।
- संभव हो तो घर पर ही मिठाई तैयार करें।
- गुणवत्ता देखकर ही मिठाई खरीदें। नियम तोड़कर मिला रहे रंग
मिठाई कारोबारी रंग मिलाने में खराब तत्वों का इस्तेमाल करते हैं इसकी मात्रा भी बढ़ा देते हैं। एक व्यापारी के अनुसार एक किलो मिठाई में 8.3 मिलीग्राम खाद्य रंग इस्तेमाल करने की अनुमति है।
- खोवा या उबलते दूध के अलावा मिठाई में आयोडीन टिचर की एक बूंद डालें। अगर खोवा का रंग नीला हो जाता है, तो मिलावट है। मिलावटी व रंग-बिरंगी मिठाइयों की बिक्री पर रोक लगाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है।
- सतीश कुमार, अभिहित अधिकारी
जिले में कोरोना के बाद डेंगू का प्रकोप9हरदोई : जिले में कोरोना के बाद डेंगू का प्रकोप है। बुखार से पीड़ित हर व्यक्ति की प्लेटलेट्स कम हो रही हैं और एनएस वन पाजिटिव निकल रहा है। अब तक जिले में चार सौ के करीब डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिसमें अधिकतर लोग निजी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। चिकित्सक की माने तो मच्छरों से बचाव ही सबसे एकमात्र इलाज है।
स्वास्थ्य महकमा लगातार दवाओं का छिड़काव और नगर पालिका फागिग करा रहे हैं, लेकिन इनका असर मच्छरों पर नहीं पड़ रहा है। सबसे अधिक शहर में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। इसके अलावा बावन, सांडी, हरपालपुर, शाहाबाद, संडीला, पिहानी, कोथावां, पाली, बिलग्राम, टड़ियावां में भी डेंगू ने पैर पसार रखे हैं। कोरोना के दौरान डेंगू के जिले में नहीं आए मामले
बोले जिम्मेदार : डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए विभाग सतर्क है और इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं, लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है, समय पर एहतियात बरत कर डेंगू से सुरक्षित रहा जा सकता है। जहां भी मामले आ रहे हैं, वहां टीमें दवाओं को स्प्रे करने पहुंच रही है।
डा. सूर्यमणि त्रिपाठी, सीएमओ