World No Tobacco Day 2020: तंबाकू से 40 प्रकार के कैंसर का खतरा
इस बार विश्व तंबाकू निषेद दिवस कोरोना के समय में पड़ा है। संक्रमण को देखते हुए जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन संभव नहीं है।
हापुड़, जागरण संवाददाता। 31 मई को दुनिया भर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। यह दुनिया भर के तंबाकू के आदि व्यक्तियों को इसको छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से मनाया जाता है। तंबाकू सेहत के लिए बहुत हानिकारक है, यह कैंसर जैसी घातक बीमारियों को पैदा करता है। इस पर काबू पाने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने में जुटी हैं। लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस बार विश्व तंबाकू निषेद दिवस कोरोना के समय में पड़ा है। संक्रमण को देखते हुए जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन संभव नहीं है। इस बार कार्यक्रम की थीम युवाओं पर आधारित है प्रोटेक्टिग यूथ फ्रॉम इंडस्ट्री मैनिपुलेशन एंड प्रिवेंटिग देम फ्रॉम टोबैको एंड निकोटिन यूज। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने बताया कि तंबाकू बिक्री पर लगाम लगाई जा सके इसके लिए सार्वजनिक स्थलों और स्कूलों के आस-पास बीड़ी-सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक के लिए केंद्र सरकार ने सन 2003 में सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) ले आई है। जिस पर सख्ती से अमल की जरूरत है, तभी स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है। विभाग द्वारा समय समय पर अभियान चलाया जाता है और चालान किए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि धूम्रपान करने या अन्य किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करने वालों को करीब 40 तरह के कैंसर और 25 अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की पूरी संभावना रहती है। इसमें मुंह व गले का कैंसर प्रमुख हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर पड़ जाती है, जिससे संक्रामक बीमारियों की चपेट में भी आने की पूरी संभावना रहती है। धूम्रपान करने वालों के फेफड़ों तक तो करीब 30 फीसद ही धुंआ पहुंचता है बाकी बाहर निकलने वाला करीब 70 फीसद धुंआ उन लोगों को प्रभावित करता है जो कि धूम्रपान नहीं करते हैं।