काम ने पकड़ी रफ्तार, नीम नदी का तालाब लेने लगा आकार
जागरण संवाददाता हापुड़ दैनिक जागरण के अभियान और नीर फाउंडेशन के सहयोग से गांव दि
जागरण संवाददाता, हापुड़
दैनिक जागरण के अभियान और नीर फाउंडेशन के सहयोग से गांव दत्तियाना स्थित नीम नदी को पुनर्जीवित करने का काम चल रहा है। उद्गम स्थल पर मनरेगा श्रमिक तालाब की बंडिग का कार्य कर रहे हैं। पिछले पांच दिन से कार्य चल रहा है। जैसे-जैसे कार्य रफ्तार पकड़ रहा है वैसे-वैसे तालाब अपना आकार लेता जा रहा है। प्रशासन की मंशा हैं कि मानसून आने से पहले तालाब की खोदाई करा ली जाए। ताकि नीम नदी को इसी वर्ष पुनर्जीवित करा दिया जाए। विलुप्त हो चुकी नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू हुए कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। मंगलवार को भी मनरेगा के 11 श्रमिकों और जेसीबी मशीन से उद्गम स्थल पर तालाब की बंडिग का कार्य हुआ। यह कार्य पिछले शुक्रवार से लगातार जारी है। मंगलवार को ग्राम प्रधान रजनीश त्यागी की निगरानी में दिनभर काम हुआ। उन्होंने बताया कि फिलहाल तहसील प्रशासन द्वारा चिन्हित तालाब की भूमि को चारों ओर से बंडिग यानि बाउंड्री बनाने का काम श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है। जल्द ही यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्रशासन की योजना के अनुसार तालाब को तीन मीटर गहरा खोदा जाएगा। यह कार्य लघु सिचाई विभाग की देखरेख में कराया जाएगा। वहीं मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह ने बताया कि तालाब से निकलने वाली मिट्टी का सदुपयोग में लाने की प्रशासन की मंशा है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसरों से संपर्क किया था। ताकि वह उस मिट्टी को हाईवे के निर्माण में उपयोग में नियमानुसार अनुमति लेकर उठा सकें। उन्होंने तालाब से निकलने वाली मिट्टी के नमूने भी लिए थे। जिसमें आशंका जताई जा रही है कि उनके उपयोग में यह मिट्टी नहीं आ सकती है। इसलिए तालाब की खोदाई के बाद निकलने वाली मिट्टी के अन्य उपयोगों पर विचार चल रहा है। इस संबंध में जो भी उच्चाधिकारियों का आदेश मिलेगा उसका पालन किया जाएगा। फिलहाल लोगों से श्रमदान लेकर काम को गति देने पर विचार चल रहा है।