ब्रजघाट में तेजी से बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
गंगा के जलस्तर में दो दिन के अंदर तेजी से बढ़ोतरी होने से खादर क्षेत्र में बेचैनी बढ़ गई है। निचले जंगल में पानी भरने से किसानों की दिक्कत बढ़ने के साथ ही पशुओं के चारे का संकट गहरा गया है।
ब्रजघाट (हापुड़), जागरण संवाददाता। गंगा के जलस्तर में दो दिन के अंदर तेजी से बढ़ोतरी होने से खादर क्षेत्र में बेचैनी बढ़ गई है। निचले जंगल में पानी भरने से किसानों की दिक्कत बढ़ने के साथ ही पशुओं के चारे का संकट गहरा गया है। दूसरे दिन भी गंगा के जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि देर रात तक गंगा के जलस्तर में बढा़ेतरी होने की संभावना है।
दो दिन से मैदानी इलाके सहित उत्तराखंड के पहाड़ों में जमकर बारिश हुई है। जिसके बाद अब गंगा के जलस्तर में ऊफान आ रहा है। गंगा के उफान ने जहां सोमवार केा 95 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जबकि मंगलवार को भी पांच सेंटीमीटर से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिसके कारण ब्रजघाट पर अस्थाई घाट डूब गए है। वहीं खादर क्षेत्र के जंगल में गंगा का जलस्तर बढ़ने से फसल चौपट होने की कगार पर पहुंच गई है।
इंद्रजीत सोलंकी, सोनू चौहान, राजवीर सिंह, ओमपाल सिंह का कहना है कि गंगा नदी में कई बार उफान आ चुका है, जिससे हजारों एकड़ जंगल में पानी भरने के कारण फसलों में पहले ही काफी बर्बादी हो चुकी थी और अब फिर से नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि निचले जंगल के संपर्क रास्तों पर पानी भरने से खेतों पर आना जाना भी चुनौती बना हुआ है, जबकि पशुओं के लिए हरा चारा और घास लाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एसडीएम अरविंद द्विवेदी ने बताया कि बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल स्थिति सामान्य है। ग्रामीणों को जलस्तर पर निगाह बनाए रखते हुए अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।