बारिश से बढ़ गया मरीज बढ़ने का खतरा
जनपद में बेमौसम बारिश होने से अब मरीज बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। रविवार रात से हुई बारिश से मौसम में काफी बदलाव आ गया है। सोमवार को मौसम में गुलाबी ठंड का अहसास हुआ। मौसम में इस बदलाव से मच्छर और मौसमी बीमारी का प्रकोप और बढ़ सकता है। ऐसे में चिकित्सक विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं क्योंकि पहले से ही जनपद में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : जनपद में बेमौसम बारिश होने से अब मरीज बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। रविवार रात से हुई बारिश से मौसम में काफी बदलाव आ गया है। सोमवार को मौसम में गुलाबी ठंड का अहसास हुआ। मौसम में इस बदलाव से मच्छर और मौसमी बीमारी का प्रकोप और बढ़ सकता है। ऐसे में चिकित्सक विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं, क्योंकि पहले से ही जनपद में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है।
फिजीशियन डा. हरिओम सिंह ने बताया कि बारिश होने से जगह-जगह पानी भर जाता है। ऐसे में मच्छरों की समस्या और बढ़ सकती है, इसलिए आसपास पानी एकत्र न होने दें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े ही पहनें।
उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को लगता है कि मौसम में हल्की ठंड आने के साथ ही मच्छरों का प्रकोप कम हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। ठंड में मच्छर मर जाते हैं, लेकिन तब जब तापमान सात डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच जाता है। अभी यहां तक तापमान गिरने में वक्त लगेगा।
उन्होंने बताया कि मौसम के बदलाव का असर रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी पड़ता है। ऐसे में जरुरी है कि खट्टी और ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। पानी को उबालकर गुनगुना पिएं। सांस के रोगी दवा समय से लेते रहें, क्योंकि ऐसे में मौसम में उनकी समस्या बढ़ने का खतरा रहता है। अगर किसी को बुखार होता है तो चिकित्सक को अवश्य दिखाएं। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।