गांवों के पास डाला जा रहा दूषित पानी
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर दिन ढलते ही दर्जनों टैंकर से दूषित पानी को गांवों के पास डाला ज
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
दिन ढलते ही दर्जनों टैंकर से दूषित पानी को गांवों के पास डाला जा रहा है। इससे दुर्गंध उठने के साथ ही लोगों को बीमारी फैलने का डर भी सता रहा है।
गंगा में उफान बढ़ने से हजारों बीघा जंगल के साथ ही खादर क्षेत्र के कई गांवों के बाहरी छोर तक पानी पहुंचा हुआ है, जिससे फसलों में नुकसान होने के साथ ही आवागमन प्रभावित होने से किसानों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर पिछले कई दिनों से सूरज ढलने के उपरांत रात के अंधेरे में दर्जनों टैंकर फैक्ट्रियों का केमिकल युक्त हजारों लीटर दूषित पानी लेकर खादर क्षेत्र के इनायतपुर, अब्दुल्लापुर, न्यामतपुर से जुड़े जंगल में पहुंच रहे हैं, जो मुख्य रास्तों के किनारे उक्त दूषित पानी को डालकर आनन फानन में वापिस लौट जाते हैं।
ग्रामीण रामसिंह, गणेश, गजेंद्र का कहना है कि रास्तों के किनारे दूषित पानी डाले जाने से आवागमन के दौरान तेज दुर्गंध उठने की समस्या झेलने के साथ ही बरसात के इस मौसम में बीमारी फैलने का डर भी सता रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मंगलवार की रात को टैंकरों से उतारे जा रहे दूषित पानी का विरोध भी किया गया, परंतु चालक और क्लीनर समेत उनके साथ आए कार सवार लोगों ने धमकी दी। तहसील प्रशासन के अधिकारियों से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई। एसडीएम विजय वर्धन तोमर का कहना है कि इस संबंध में कोई शिकायत अथवा सूचना नहीं आई है, परंतु अब मामले की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।