शूटर दादी प्रकाशो ने नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए फावड़ा चलाकर किया श्रमदान, जागरण की मुहिम ला रही रंग

नीम नदी को पुनर्जीवित करने के शूटर दादी प्रकाशो ने रविवार को गांव दत्तियाना में श्रमदान किया दैनिक जागरण ने नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक मार्च से मुहिम छेड़ी हुई है। मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह नदी के उद्गम स्थल पर श्रमदान कर खोदाई का शुभारंभ कर चुके हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:49 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 01:49 PM (IST)
शूटर दादी प्रकाशो ने नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए फावड़ा चलाकर किया श्रमदान, जागरण की मुहिम ला रही रंग
शूटर दादी ने नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए फावड़ा चलाकर किया श्रमदान। जागरण

हापुड़ [मनोज त्यागी]। नीम नदी को पुनर्जीवित करने के शूटर दादी प्रकाशो ने रविवार को गांव दत्तियाना में श्रमदान किया दैनिक जागरण ने नीम नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक मार्च से मुहिम छेड़ी हुई है। सात जून को मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह नदी के उद्गम स्थल पर श्रमदान कर खोदाई का शुभारंभ कर चुके हैं। नीम नदी पर श्रमदान करने के लिए सभी आतुर हैं। सभी का मन है कि वह भी नीम नदी के पुनर्जीवित करने के ऐतिहासिक पलों के साक्षी बनें। इसी क्रम में आज (रविवार) को शूटर दादी नीम नदी पर सुबह नौ बजे पहुंच रही हैं। नीम नदी के पुनर्जीवित होने के बाद क्षेत्र में खुशहाली आएगी। नदी में पानी बहेगा तो जहां भूजल स्तर ऊंचा होगा वहीं किसान अपने खेतों की सिंचाई नदी के पानी से कर सकेंगे।

नदी के किनारे सघन वन तैयार करने की योजना नीर फाउंडेशन ने तैयार की है। साथ ही नदी के किनारे पौधारोपण करने की वन विभाग ने तैयार कर ली है। 15 जून को बुलंदशहर के क्षेत्र में भी नदी की सफाई और पौधारोपण का काम शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी बुलंदशहर रविंद्र कुमार ने इसके लिए संबंधित विभागों को निर्देश दे दिए हैं।

बुलंदशहर में नीम नदी का सबसे बड़ा बहाव क्षेत्र आता है। यहां करीब 95 किमी का बहाव क्षेत्र है। जबकि हापुड़ में 14 किमी का बहाव क्षेत्र है। सिंचाई विभाग ने 14 किमी क्षेत्र में नदी की सफाई का काम पूरा कर दिया है। इस क्षेत्र में अभी नदी की पटरी बनाने का काम बाकी है। उसी पर ही पौधारोपण का काम किया जाएगा।

मै नीम नदी में श्रमदान करने के लिए रविवार की सुबह नौ बजे पहुंच रही हूं। आप सब भी नीम नदी में श्रमदान करने के लिए पहुंचे। नदी और तालाब हमारी जीवन रेखा है। यदि हम सब मिलकर नदी और तालाबों पर श्रमदान कर उन्हें संरक्षित करेंगे तो वह दिन दूर नही है जब भूजल स्तर ऊंचा हो जाएगा और देश में खुशहाली आएगी। - प्रकाशो, शूटर दादी

जल जीवन है यह सभी जानते हैं। उसे साफ स्वच्छ रखना हमारी जिम्मेदारी है। जिस तरह से हम अपने घर को साफ रखते हैं उसी तरह से नदी और जलाशयों को साफ स्वच्छ रखें और ज्यादा से ज्यादा पानी को संरक्षित करें। मै रविवार की सुबह नीम नदी पर श्रमदान करने के लिए पहुंच रही हूं। मै भी दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन की इस मुहिम से जुड़कर नदी को पुनर्जीवित करने में अपना सहयोग दूंगी। --सीमा तोमर, अंतरराष्ट्रीय शूटर

आज ग्रामीण देश के महत्वपूर्ण खिलाड़ी व शूटर दादी के साथ नीम नदी पर श्रमदान करेंगे। गांव-100 के संस्थापक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि नदी पुनर्जीवन का यह कार्य जन आंदोलन बने और देश में एक संदेश देने का कार्य करे। - नदी पुत्र रमनकांत त्यागी

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