महिलाओं को आत्मनिर्भर और बच्चियों को साक्षर बना रहीं रुबिना

संजीव वर्मा धौलाना बदलते स्वरूप में बच्चियों को पढ़ना और महिलाओं आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:59 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:59 PM (IST)
महिलाओं को आत्मनिर्भर और बच्चियों को साक्षर बना रहीं रुबिना
महिलाओं को आत्मनिर्भर और बच्चियों को साक्षर बना रहीं रुबिना

संजीव वर्मा, धौलाना:

बदलते स्वरूप में बच्चियों को पढ़ना और महिलाओं आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी हो गया है।अपनी इस सोच को रुबिना नाज ने कब मुहिम में बदल लिया वह खुद नहीं जानती है। बस अब उन्हें उस घड़ी का इंतजार है जब हर बच्ची पढ़ लिखकर समाज और अपने परिवार का सहारा बनें। रुबिना पिछले दो साल इस मुहिम को अमली जामा पहनाने में लगी है। 20 से 30 महिलाओं को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं। वर्तमान में वह महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के सुधार में सहायक बनी हुई हैं।

ग्राम धौलाना निवासी रुबिना भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। बचपन से सपना था कि वह बच्चियों एवं महिलाओं के लिए कुछ ऐसा करें। जिनसे उनकी जिदगी संवार जाएं। समाचार पत्रों में आए-दिन महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों के बारे में पढ़ा। उनका मानना है कि अक्सर वहीं महिलाएं अत्याचार की शिकार होती है जो अशिक्षित और आत्मनिर्भर नहीं होती है। उन्होंने बच्चियों को शिक्षित बनाने की ठान ली।गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार से जुड़ी बच्चियों को वह शिक्षित बनाने में जुटी है।

ब्यूटी ब्यूटी संचालिका रुबिना बताती है कि वह अपनी आमदनी का 60 फीसदी पैसा गरीब बच्चियों की पढ़ाई पर खर्च करती है। वह पिछले दो साल के भीतर 20 से 30 महिलाओं को सिलाई और कढ़ाई के साथ ब्यूटीशियन प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना चुकी है और 70 से अधिक महिलाएं एवं युवतियों को वह उनके घर या अपने ब्यूरी पार्लर में बुलाकर प्रशिक्षण देती है। रुबिना अपने इस सराहनीय कार्य के लिए कई बार सामाजिक मंचों पर सम्मानित भी हो चुकी है। रुबिना का सपना है कि वह सरकारी स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र खोलें। जिसमें निश्शुल्क महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जाएं। इसके लिए वह प्रयासरत है।

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