ब्रजघाट में झमाझम बारिश से आया गंगा में उफान, हरिद्वार और बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी

ब्रजघाट गंगा के जलस्तर में करीब 125 सेंटीमटर की बढ़ोतरी होने से जलधारा के बीच टापू पर बने कई घाट जलमग्न हो गए हैं। वहीं शुक्रवार को 94 हजार क्सूसिक और शनिवार को 57960 क्यूसिक पानी हरिद्वार और बिजनौर बैराज से गंगा में छोड़ा गया है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 22 May 2021 05:09 PM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 05:09 PM (IST)
ब्रजघाट में झमाझम बारिश से आया गंगा में उफान, हरिद्वार और बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी
हरिद्वार और बिजनौर बैराज से भी शुक्रवार शाम छोड़ा गया था 94 हजार क्यूसिक पानी।

ब्रजघाट [राम मोहन शर्मा]। पहाड़ों समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में झमाझम बारिश होने से गंगा नदी में उफान बढ़ गया है। ब्रजघाट गंगा के जलस्तर में करीब 125 सेंटीमटर की बढ़ोतरी होने से जलधारा के बीच टापू पर बने कई घाट जलमग्न हो गए हैं। वहीं शुक्रवार को 94 हजार क्सूसिक और शनिवार को 57960 क्यूसिक पानी हरिद्वार और बिजनौर बैराज से गंगा में छोड़ा गया है।

एहतियाती तौर पर बाढ़ नियंत्रण आयोग एवं जल निगम ने अपनी टीम को अलर्ट करते हुए जलस्तर की बारीकी से निगरानी करने का निर्देश दिया है। ब्रजघाट गंगा के रेतीले टापू पर बने कई अस्थाई स्नानघाट जलमग्न हो चुके हैं, जबकि खादर क्षेत्र में तटीय जंगल में उगी मौसमी फल-सब्जी की सैकड़ों बीघा फसल में भी पानी भर चुका है। झमाझम बारिश के कारण पानी की मात्रा बढ़ने पर हरिद्वार और बिजनौर बैराज से शुक्रवार की देर शाम को करीब 94 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया था।

जिसके देर शाम तक ब्रजघाट में आने से गंगा के जलस्तर में और भी बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

वहीं, शनिवार को भी 57560 क्सूसिक पानी फिर छोड़ा गया है। दो दिन के भीतर जलस्तर में 125 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी होने से ब्रजघाट गंगा का जलस्तर बढ़कर समुद्रतल से 197.65 मीटर के निशान पर पहुंचा चुका है, हालांकि खतरे वाला निशान फिलहाल काफी दूर है। एसडीएम विजय वर्धन तोमर का कहना है कि बेमौसम बारिश होने से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होना सामान्य प्रक्रिया है, परंतु फिलहाल खतरे जैसे कोई स्थिति नहीं है।

पानी के तेज बहाव में सरकारी समेत पांच नाव बहीं

जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने के कारण पानी का बहाव बहुत तेज हो गया है, जिसके साथ केंद्रीय जल आयोग की दो और मल्लाहों की तीन नाव पानी में बह गईं। पानी के साथ बहीं नावों की तलाश चल रही है, परंतु समाचार लिखे जाने तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है।

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