अवैध शराब बनाकर लोगों की जिदगी से कर रहे खिलवाड़
संवाद सहयोगी पिलखुवा अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए शराब माफिया दूसरे को मौत के मुंह में
संवाद सहयोगी, पिलखुवा:
अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए शराब माफिया दूसरे को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक द्वारा शराब माफिया को गिरफ्तार करने के बाद यह हकीकत सामने आई है। आरोपित घर में ही कच्ची शराब तैयार करता था। मौके से शराब तैयार करके उपकरण भी बरामद हुए हैं।
शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक शराब बिकती थी। बताया जाता है कि नशे के लिए इसमें मिथाइल एल्कोहल की मात्रा बढ़ा दी जाती थी, जिससे शराब के सेवन से धीरे-धीरे इंसान के अंदरूनी अंग काम करना बंद करते हैं और उसकी मौत हो जाती है। खादर क्षेत्र में कच्ची शराब की भट्टी संचालित होतीं हैं। धीरे-धीरे अब यह अवैध कारोबार घरों तक में पहुंच गया है।
मंगलवार को आबकारी निरीक्षक विकास चौधरी ने शुक्लान मोहल्ले में स्थित एक मकान में छापा मारकर मौके से दो-दो जरीकेन भरी 50-50 लीटर कच्ची शराब, गैस का चूल्हा एवं कच्ची शराब बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। मौके से मिथाइल एल्कोहल भी बरामद हुआ है। मामले में आरोपित सुनील को गिरफ्तार किया गया है और पिलखुवा कोतवाली में आबकारी निरीक्षक विकास चौधरी की तरफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित शहर में रेहड़ी पटरी वालों और ग्रामीण अंचल में शराब को बिक्री करता था। लंबे समय से इस कारोबार से जुड़ा था। एक लीटर शराब बनाने पर आरोपित को सौ से दो सौ रुपये की बचत होती थी।
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अंदरूनी अंग करते थे काम करना बंद
कच्ची शराब में यूरिया और ऑक्सिटोसिन जैसे केमिकल पदार्थ मिलाने की वजह से मिथाइल एल्कोहल बन जाता है जो लोगों की मौत का कारण बन जाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक मिथाइल शरीर में जाते ही केमिकल रिएक्शन तेज होता है। इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं और उसकी मौत हो जाती है।