पंचायत चुनाव में सी प्लान एप होगा पुलिस का ब्रह्मास्त्र

केशव त्यागी हापुड़ पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनावी रण में उतरने वाले प्रत्याशियो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 07:43 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 07:43 PM (IST)
पंचायत चुनाव में सी प्लान एप होगा पुलिस का ब्रह्मास्त्र
पंचायत चुनाव में सी प्लान एप होगा पुलिस का ब्रह्मास्त्र

केशव त्यागी, हापुड़: पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनावी रण में उतरने वाले प्रत्याशियों से लेकर समर्थकों में वोटरों को लुभाने का सिलसिला भी चरम की ओर बढ़ने लगा है। छोटी से छोटी घटना को चुनावी रण से जोड़ा जा रहा है। ऐसे में अफवाहों से निपटने के लिए सी-प्लान एप पुलिस का ब्रह्मास्त्र होगा। लोकसभा चुनाव में कारगर साबित हुए इस एप के जरिये पुलिस प्रशासन अराजक तत्वों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। एसपी ने पुलिस अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारियों को सी-प्लान एप के इस्तेमाल में तेजी लाने के आदेश है।

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि सी-प्लान एप को कम्युनिटी पुलिसिग, आमजन से सीधे संवाद, कानून-व्यवस्था बनाने और पुलिस के कार्यो में जनता की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया है। जनपद में 273 ग्राम पंचायत हैं, जबकि वार्डो के लिहाज से देखें तो इसमें कुल 3633 वार्ड, 471 क्षेत्र पंचायत वार्ड और 19 जिला पंचायत वार्ड शामिल हैं। आमतौर पर चुनाव के दौरान अफवाहों से माहौल बिगड़ता है। ऐसे में अब एक बार फिर पुलिस प्रशासन ने इस एप को सक्रिय करने का निर्णय लिया है।

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लोकसभा चुनाव के दौरान लांच हुआ था सी-प्लान एप

- एसपी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सी-प्लान एप की शुरूआत की गई थी। पुलिसकर्मियों ने गांवों-कस्बों में पहुंचकर दस-दस संभ्रांत लोगों को इस एप से जोड़ा था। एप में संभ्रांत लोगों के नाम के साथ उनके मोबाइल नंबर मौजूद हैं। एप के जरिये एक क्लिक से ही इन लोगों के नंबर पुलिसकर्मियों की मोबाइल स्क्रीन पर जाते हैं। जनपद में किसी भी अप्रिय घटना के घटित होने या अफवाह फैलने पर पुलिस संभ्रांत लोगों से संपर्क साधती है, जिसके बाद मामले की सच्चाई पुलिस को पता चल जाती है।

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डीजीपी व यूपी 112 कंट्रोल रूम से जुड़ा है एप

एसपी ने बताया कि एप का संचालन सीधे लखनऊ से होता है। डीजीपी व यूपी 112 कंट्रोल रूम को एप से जोड़ा गया है। दोनों कंट्रोल रूम 24 घंटे काम करेंगे। कंट्रोल रूम से एप की लगातार निगरानी होती है। समय-समय पर एप से जुड़े संभ्रांत लोगों से समन्वय स्थापित किया जाता है। उनसे क्षेत्र में हो रही आपराधिक गतिविधियों, अफवाहों, आयोजनों आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है।

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ऐसे काम करता है सी-प्लान एप

- पुलिसकर्मी को एंड्रायड फोन पर एप डाउनलोड करने के बाद संबंधित थाने का सीयूजी नंबर दर्ज करना होता है। सीयूजी नंबर दर्ज करने के बाद मोबाइल पर ओटीपी आता है। ओटीपी अंकित करते ही एप सक्रिय हो जाता है। पंचायत चुनाव को देखते हुए इस एप को अपडेट भी किया जा रहा है। एप में दर्ज संभ्रांत लोगों के नंबर व उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी की जा रही है। नई जानकारी के अनुसार ही प्रत्येक गांव व कस्बे का ग्रुप बनाया जाएगा।

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