79.67 फीसद गेहूं खरीद कर बंद हुए क्रय केंद्र
जिले में गेहूं खरीद की निर्धारित अवधि बीते मंगलवार को पूरी हो गई। 25 क्रय केंद्र होने के बावजूद खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। इस बार गेहूं की खरीद पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को भी नहीं तोड़ पाई। किसान गेहूं बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर अपनी बारी का इंतजार करते रहे जबकि बिचौलियों का गेहूं बेरोक-टोक तौला गया।
जागरण संवाददाता, हापुड़
जिले में गेहूं खरीद की निर्धारित अवधि बीते मंगलवार को पूरी हो गई। 25 क्रय केंद्र होने के बावजूद खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। इस बार गेहूं की खरीद पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को भी नहीं तोड़ पाई। किसान गेहूं बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर अपनी बारी का इंतजार करते रहे, जबकि बिचौलियों का गेहूं बेरोक-टोक तौला गया।
प्रशासन की ओर से सख्ती की गई। खरीद में तेजी लाने के लिए कई क्रय एजेंसियों के प्रभारियों को नोटिस भी जारी हुए, लेकिन खरीद में तेजी नहीं आ सकी। यही वजह रही कि लक्ष्य का 79.67 फीसद ही खरीद हो सकी। लॉकडाउन के चलते इस बार प्रदेश भर में गेहूं खरीद 15 दिन देर से शुरू हुई। जिले में भी 15 अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू कराई गई। खरीद के लिए 15 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया। 30 जून तक यह लक्ष्य पूरा किया जाना था। इसके लिए खाद्य विभाग के अलावा पीसीएफ और भारतीय खाद्य निगम जैसी क्रय एजेंसियों को भी लगाया गया। खरीद के लिए जिले भर में 25 क्रय केंद्र बनाए गए थे। जिला विपणन अधिकारी सुरेश कुमार यादव ने बताया कि जनपद में 25 केंद्रों पर शुरू हुई गेहूं की खरीद मंगलवार को समाप्त हो गई। जनपद में 15 हजार एमटी के सापेक्ष 11950 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। जो लक्ष्य के सापेक्ष 79.67 प्रतिशत है। इस दौरान 3854 किसानों से गेहूं खरीदा गया। जबकि पिछले वर्ष 11966 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी।
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जिले में गेहूं की खरीद पर एक नजर
एजेंसी केंद्र लक्ष्य खरीद प्रतिशत
खाद्य विभाग 04 5000 3480 69.61
पीसीएफ 19 7000 6352 90.75
एफसीआइ 02 3000 2117 70.59
कुल योग 25 15000 11950 79.67
नोट यह आंकड़े 30 जून तक के हैं। विपणन विभाग से लिए गए हैं।