पंचायत चुनाव : चुनाव आयोग के निर्देशों ने अफसरों को उलझाया
जागरण संवाददाता हापुड़ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रहीं हैं लेकि
जागरण संवाददाता, हापुड़ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रहीं हैं, लेकिन चुनाव आयोग के निर्देशों ने तैयारियों में जुटे अफसरों का गणित गड़बड़ा दिया है। आयोग ने इस बार प्रति बूथ 800 वोट तय किए, लेकिन पिछले बार के हिसाब से न सिर्फ चुनावकर्मी कम कर दिए बल्कि चुनावी समाग्री में भी व्यापक कटौती की है। राज्य निर्वाचन आयोग की वीडियो कान्फ्रेंसिग के दौरान कई खामियां सामने आईं। वर्ष 2010 के बाद पहली बार सभी चारों पद (ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य) के चुनाव एक साथ कराए जा रहे हैं। आयोग ने एक बूथ पर करीब 800 मतदाताओं की संख्या तय की। एक साथ सभी पदों पर चुनाव कराने से एक बूथ पर करीब 3200 वोट डाले जाएंगे। पूरे जनपद में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे। ऐसे में पिछले चुनाव से अधिक मतपेटियों की जरूरत पड़ेगी लेकिन, दिलचस्प बात यह कि मतपेटिकाओं की संख्या घटा दी गई। पिछले चुनाव में जहां प्रति बूथ चार मतपेटिकाएं उपलब्ध कराई गईं थीं वहीं इस बार इसे घटाकर ढाई मतपेटिकाएं कर दिया गया है। ऐसे में अतिरिक्त मतपेटिकाओं की व्यवस्था कैसे होगी, इसे लेकर अफसर पशोपेश में हैं। इसी तरह मतदान कर्मियों की संख्या में भी कटौती कर दी गई। पिछली बार प्रत्येक मतदान केंद्र में चार कर्मियों के संग एक अतिरिक्त कर्मी लगाया गया था, लेकिन इस बार इसे घटाकर थ्री प्लस वन कर दिया गया। कर्मचारियों की संख्या घटाए जाने से भी अफसर परेशान हैं। इसी तरह नामांकन पत्र समेत दूसरी स्टेशनरी में भी भारी भरकम कटौती हुई। हाल ही में हुई वीडियो कान्फ्रेसिग के दौरान इन विसंगतियों को भी सामने रखा गया था, लेकिन अभी तक इनका समाधान नहीं हो पाया है। सहायक निर्वाचन अधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि वीडियो कान्फ्रेंसिग में विभिन्न बिदुओं पर चर्चा हुई थी। इनमें यह बिदु भी शामिल थे। आयोग के जो निर्देश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा।