घर के आंगन में तैयार कर लिया आक्सीजन का बगीचा
प्रिस शर्मा गढ़मुक्तेश्वर आक्सीजन हमारे जीवन के लिए कितनी अनमोल है इसका महत्व गढ़ के गां
प्रिस शर्मा, गढ़मुक्तेश्वर
आक्सीजन हमारे जीवन के लिए कितनी अनमोल है, इसका महत्व गढ़ के गांव झड़ीना निवासी किरण शर्मा द्वारा अपने घर के आंगन में लगाए गए पौधों को देखकर समझा जा सकता है। किरण ने औषधीय और अन्य पौधे रोपकर अपने घर के आंगन को ही 'आक्सीजन पार्क' बना दिया है। सुबह और शाम पौधों की देखभाल उनकी पहली प्राथमिकता होती है।
किरण ने आंगन में एक बगिया बना दी है, जिसमें तुलसी, एलोवेरा, गुलाब, गुड़हल, गिलोय, सदाबहार कनेर, पत्थर चट्टा, गेंदा, डहेलिया इत्यादि पौधे लगाए हैं। किरण ने बताया कि वह समय-समय पर पौधों में खाद, पानी देती हैं। आक्सीजन देने वाले पौधों के अलावा फूलों के पौधे भी हैं। इससे परिवार को हर समय शुद्ध व स्वच्छ हवा मिलती है, वहीं रात की रानी के पौधे शाम होते ही घर को महकाने लगते हैं। घर के आंगन में 100 से अधिक गमलों में पौधे लगा रखे हैं। पीस, लीली का पौधा वातावरण को साफ करने और आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में काफी मददगार है, क्योंकि इस पर पत्तियां बहुत ज्यादा संख्या में होती हैं। जिस पौधे पर जितनी ज्यादा पत्तियां होंगी उतनी अधिक आक्सीजन मिलेगी। दिनभर काफी समय वह पौधों की देखभाल में ही व्यतीत करती हैं। किरण शर्मा के मुताबिक घर में लगे हरे भरे पौधे उन्हें स्वच्छ हवा देते हैं। उनके बीच परिवार के लोग योगाभ्यास करते हैं। पौधों से घर की शोभा ऐसी बढ़ी है कि जब कोई जानकार आता है तो एक बार पूरे घर में घूमकर हरे-भरे पौधे को जरूर देखता है। इसका असर यह हुआ कि उन्हें देख कई लोगों ने भी घर पर पौधे लगा लिए। यही नहीं घर आए मेहमानों को वह कोई न कोई पौधा भेंट में जरूर देती हैं।