200 ग्राम पंचायतों में बनेंगे ओवरहेड टैंक, घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पेयजल

जागरण संवाददाता हापुड़ जल ही जीवन मिशन व जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत जल निगम द्व

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:09 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:09 PM (IST)
200 ग्राम पंचायतों में बनेंगे ओवरहेड टैंक, घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पेयजल
200 ग्राम पंचायतों में बनेंगे ओवरहेड टैंक, घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पेयजल

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

जल ही जीवन मिशन व जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत जल निगम द्वारा जिले के 200 से अधिक ग्राम पंचायतों में ओवरहेड टैंक के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। जल निगम को इनमें से 138 ग्राम पंचायतों में निश्शुल्क जमीन मिल गई है। जिनमें 50 गांवों का प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया है। जबकि 15 गांवों की डीपीआर तैयार कर पहले ही शासन को भेजी जा चुकी है।

जिले में अभी तक कुल 273 ग्राम पंचायतों में से 72 पंचायतों में ही ओवरहेड टैंक बनाए गए हैं। जबकि करीब तीस प्रतिशत गांवों का भूगर्भीय जल दूषित होने के कारण इनमें ओवरहेड टैंक की आवश्यकता है। जल निगम अन्य गांवों में भी सर्वे कराया है। सरकार की 2024 तक हर घर तक शुद्ध जल मुहैया कराने की योजना है। इस स्थिति को देखते हुए जल निगम द्वारा अगले तीन साल में सभी गांवों में ओवरहेड टैंक बनाने का लक्ष्य है। जिसके तहत राज्य पेयजल स्वच्छता मिशन के तहत नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा पाइप पेयजल योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके लिए ग्राम पंचायतों से पेयजल योजना स्थापित करने के लिए निश्शुल्क भूमि मांगी थी। जिसके क्रम में 138 ग्राम पंचायतों ने जमीन देने के लिए प्रस्ताव जल निगम को सौंप दिया है। जल निगम द्वारा तीन माह पहले 15 गांवों में ओवरहेड टैंक बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर भेज दी थी। अब 50 और गांवों की डीपीआर तैयार कर भेज दी गई है। जिला स्तरीय समिति की संस्तुति के बाद प्रस्ताव को राज्य पेयजल स्वच्छता मिशन को भेज दिया गया है। बजट स्वीकृत होते ही ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। कलस्टर में विभाजित किए गांव

गांवों में शुद्ध पेयजल के महत्व को समझाने के लिए शासन ने ग्रामीण विकास ट्रस्ट और जन कल्याण शिक्षा विकास सेवा समिति एलबीबीएम नामक एनजीओ को जिम्मेदारी दी है। दोनों एनजीओ की टीमें गांवों में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी। इसके लिए जन निगम के अफसरों द्वारा जिले के गांवों को सात कलस्टर के रूप में चयनित किया है। एक कलस्टर में लगभग 40 ग्राम पंचायतों को रखा गया है।

एनजीओ की जिम्मेदारी

एनजीओ की टीमें लोगों को बताएंगी की पीने के पानी को बचाना कितना जरूरी है। इसे व्यर्थ न बहाए, टंकी को खुला न छोड़ें, जितनी आवश्यकता है उतना ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा पानी का कनेक्शन लगवाने और उसका शुल्क जमा करने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगी। गांवों में नुक्कड़ नाटक, गोष्ठियां, पोस्टर रैली समेत तमाम तरह से लोगों को जागरूक करेंगी। जिनके काम का सत्यापन जल निगम के अफसर करेंगे। क्या कहते हैं अधिकारी

ओवरहेड टैंक के लिए 50 और गांवों का फिलहाल चयन करते हुए जिला समिति को प्रस्ताव भेज दिया है। जिसके बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। बजट जारी होने के बाद जल्द ही इन गांवों में टैंक का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। यह टैंक सोलर से संचालित होंगे और एक जनरेटर की सुविधा भी यहां मौजूद रहेगी।

-विनय रावत, अधिशासी अभियंता जल निगम

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