ब्रजघाट गंगा पुल के दोनों ओर नहीं लगा लोहे का जाल
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट में गंगा पर बने पुल के दोनों ओर लोहे का जाल न लगने से प
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
ब्रजघाट में गंगा पर बने पुल के दोनों ओर लोहे का जाल न लगने से पूजा सामग्री समेत राख के रूप में श्रद्धालु कचरा फेंकते हैं। कुछ लोग पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या का प्रयास करते हैं। जबकि जाल लगाने की मांग कई बार लोगों के द्वारा की जा चुकी है। उपजिलाधिकारी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसरों को नोटिस भेजकर एक सप्ताह की मोहलत दी है।
राष्ट्रीय नदी गंगा की जलधारा को फिर से शुद्ध बनाने को लेकर केंद्रीय स्तर से बड़ी कवायद हो रही है। जिसके तहत प्रदूषण की रोकथाम को भी लेकर भी राष्ट्रीय स्तर पर हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। गंगा नदी के पुलों की दोनों ओर लोहे के जाल लगवाए जाने हैं, ताकि कोई भी राहगीर गंगा में पूजा सामग्री और अन्य वस्तु फेंककर प्रदूषण न फैला सके। इसके अलावा दुर्घटना का जोखिम भी रुकेगा, जबकि गंगा में कूदकर आत्महत्या का प्रयास करने की घटनाओं पर भी नकेल कसेगी। परंतु इसके बाद भी गंगा पुल के दोनों ओर लोहे का जाल नहीं लग पाया है। एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक को नोटिस जारी किया है। जिसमें स्पष्ट कहा है कि पुल के माध्यम से गंगा में कूड़ा, प्लास्टिक बोतल, पालीथिन समेत अन्य सामग्री फेंककर जलधारा को प्रदूषित किया जा रहा है। जिसकी रोकथाम के लिए कई बार निर्देशित करने के बाद भी जाल नहीं लग पाए हैं, जो सीधे तौर पर जनहित और गंगा प्रदूषण की रोकथाम से जुड़े बेहद महत्वपूर्ण कार्य की खुली अनदेखी है। नोटिस में कहा है कि अगर एक सप्ताह के भीतर ब्रजघाट गंगा पुल के दोनों ओर लोहे के जाल नहीं लगवाए गए तो धारा 133(1) सीआरपीसी के तहत नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।