ऑनलाइन राष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन आयोजित
संवाद सहयोगी गढ़मुक्तेश्वरगांव लुहारी में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन राष्ट्रीय बाल
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर:
गांव लुहारी में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन राष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन में देश के अलग-अलग प्रांतों से बाल प्रतिभाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम संयोजक शिक्षाविद् कवि राजकुमार हिदुस्तानी ने कहा कि राष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन के माध्यम से उनका उद्देश्य देहात की बाल प्रतिभाओं के सृजन को शीर्ष पटल पर लाना है, साथ ही उनमें हिन्दी साहित्य का विकास करना है। कार्यक्रम में हरियाणा की छात्रा खुशी ने पढ़ा कि बेटी अनमोल है मकरन्द सा घोल है। मुज्जफरनगर से ध्रुवराज ने पढ़ा कि शिक्षा ज्ञान का दीपक है, सदा जलाओ साथी। अलीगढ़ से पंकज ने पढ़ा कि मेरे प्यारे देश में मिलता सच्चा प्यार। बुलंदशहर से विकास ने पढ़ा आजाद भगत की बात कर। नगर के बाल कवि पार्थ ने पढ़ा कि मैं कलाम को मैं पटेल को हिदुस्तान समझता हूं। छात्रा परी सेनरा ने पढ़ा कि बढ़ते रहो बढ़ते रहो सफलता की सीढि़यां चढ़ते रहो। गाजियाबाद से शिवांगी ठाकुर ने पढ़ा कि देश प्रेम का पाठ पढ़ो इतिहास सब गढ़ो। मुरादाबाद से नित्या शर्मा लखीमपुर खीरी से प्रतीष, छात्रा अदिति ने भी काव्य पाठ किया।