गंगा का उफान घटने से पटरी पर लौट रहा जनजीवन

संवाद सहयोगी ब्रजघाट तीन दिन के भीतर जलस्तर में 87 सेंटीमीटर की गिरावट होने से गंगा क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 07:00 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 07:00 PM (IST)
गंगा का उफान घटने से पटरी पर लौट रहा जनजीवन
गंगा का उफान घटने से पटरी पर लौट रहा जनजीवन

संवाद सहयोगी, ब्रजघाट

तीन दिन के भीतर जलस्तर में 87 सेंटीमीटर की गिरावट होने से गंगा का उफान तेजी के साथ घटता जा रहा है, जिससे खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की जिदगी समेत रोजी रोटी कमाने से जुड़े काम धंधे काफी हद तक पटरी पर लौटने लगे हैं। इसका मुख्य कारण उत्तराखंड के पहाड़ों में बारिश का क्रम धीमा पड़ता माना जा रहा है, जिसके चलते जलस्तर में तेजी से गिरावट आ रही है।

गंगा का उफान घटने और जलस्तर में हो रही गिरावट से खादर क्षेत्र में बाढ़ आने को लेकर व्याप्त दहशत फिलहाल पूरी तरह थम चुकी है। गंगा की तलहटी में बसे गांवों का आम जनजीवन पटरी पर लौटने से वहां रहने वाले हजारों परिवारों को सर्वाधिक राहत हुई है, जो फिर से खेतीबाड़ी करने के साथ ही रोजी रोटी कमाने से जुड़़े अपने काम धंधे करने में व्यस्त होने लगे हैं।

पांच दिन पहले रौद्र रूप में आई गंगा नदी 198.73 मीटर वाले खतरे के निशान को लांघकर बाढ़ वाले निशान की तरफ बढने लगी थी, जिससे खादर क्षेत्र में हर तरफ दहशत व्याप्त होने के साथ ही दो दर्जन गांवों से जुड़े हजारों परिवारों की सांस अटकने लगी थीं। हजारों एकड़ निचले जंगल समेत संपर्क रास्तों पर पानी भरने से सैकड़ों परिवार अपने घर बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की तैयारी में जुट गए थे, जबकि हरा चारा और मौसमी फल सब्जी समेत अन्य फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है।

रौद्र रूप लेने के बाद मंगलवार को जलस्तर में गिरावट होने का जो क्रम प्रारंभ हुआ था, वह बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। बाढ़ नियंत्रण आयोग के सूत्रों का कहना है कि जलस्तर में मंगलवार को पांच सेंटीमीटर की गिरावट आई थी, जबकि बुधवार के बाद बृहस्पतिवार को भी 41 सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज की गई। जिसके चलते ब्रजघाट गंगा का जलस्तर घटकर समुद्रतल से 197.87 के निशान पर आ गया है।

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