सार्वजनिक परिवहन की कमी बढ़ा रही मुसीबत

जागरण संवाददाता हापुड़ सार्वजनिक परिवहन की बात की जाए तो जिले में सेवाएं बहुत कम हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:17 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:17 PM (IST)
सार्वजनिक परिवहन की कमी बढ़ा रही मुसीबत
सार्वजनिक परिवहन की कमी बढ़ा रही मुसीबत

जागरण संवाददाता, हापुड़ : सार्वजनिक परिवहन की बात की जाए तो जिले में सेवाएं बहुत कम हैं। हापुड़ और गढ़ में परिवहन निगम के बस डिपो तो हैं, लेकिन इन पर सुविधाओं का टोटा है। प्रति यात्री बसों की बड़ी कमी है। वहीं, खराब पड़ी बसें भी यात्रियों की मुसीबतें बढ़ा रही हैं।

वर्तमान में जिले में सार्वजनिक परिवहन सेवा की बहुत अधिक कमी है। वर्तमान स्थिति की बात करें तो करीब 25- 25 रोडवेज बसों की जरूरत हापुड़ और गढ़मुक्तेश्वर डिपो को है। जिससे कि यात्रियों को कम से कम परेशानी उठानी पड़े। बता दें कि परिवहन निगम यात्रियों को बड़ी-बड़ी सुविधाएं देने की बात तो करता है, लेकिन स्थिति इससे बिल्कुल उलट है। क्योंकि रोडवेज बसों में तय सवारी से अधिक यात्री हर समय मौजूद रहते हैं। ऐसे में यात्रियों के सामने बड़ी समस्या हर समय उत्पन्न रहती है।

विशेषकर, सुबह के समय नौकरी पर जाने वाले लोगों को सबसे अधिक परेशान होना पड़ता है। हापुड़ डिपो की बात करें तो वर्तमान में 108 बसों का संचालन कराया जा रहा है। इसमें से अधिकतर बसें दिल्ली, नोएडा, किठौर और मोदीनगर रूट पर चलती हैं। बावजूद इसके इस रूट पर बसों की कमी है। यात्रियों को बस में खड़े होकर सफर करना पड़ता है। जबकि, वह परिवहन निगम को पूरा किराया देते हैं। ऐसे में यात्री सुविधा की मांग भी निगम के अधिकारियों से करते हैं, जो पूरी तरह से जायज भी है। इस रूट पर सबसे अधिक यात्रियों की भीड़ रहती है। लेकिन, बसों की कमी ने यात्रियों को मुसीबत में डाला हुआ है। वर्तमान में इस रूट पर करीब एक दर्जन बसों के और संचालन की आवश्यकता है।

गढ़मुक्तेश्वर डिपो की बात करें तो वहां भी बसों का बड़ा टोटा है। जबकि, ब्रजघाट पर प्रतिदिन दूरदराज से सैकड़ों यात्री आते हैं। इस कारण बसों की बहुत अधिक आवश्यकता होती है।

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त्योहारों पर खराब होती है स्थिति -- जब भी रक्षाबंधन, दिवाली, होली, ईद जैसे त्योहार आते हैं तो आसपास के जनपद और राज्यों में जाकर नौकरी करने वाले अपने घरों को वापस लौटते हैं। उस समय बसों की सबसे अधिक कमी दिखाई पड़ती है। बसों में खड़े होकर सफर करने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती है। इसलिए त्योहारों पर बसों का संचालन अधिक करने की आवश्यकता है। ---- खराब बसें बढ़ा रही सिरदर्द - खराब बसें हापुड़ व गढ़मुक्तेश्वर दोनों डिपो में है। दोनों ही डिपो में बसों का संचालन इसलिए भी कम होता है। क्योंकि खराब बसों की मरम्मत समय से नहीं हो पाती है। ---- यह कहते हैं यात्री -- परिवहन निगम को यात्री पूरा किराया देते हैं। इसलिए उन्हें सुविधाएं भी मिलनी चाहिए। बसों की कमी है। इसमें सुधार जरूर होना चाहिए।

- बाबू,यात्री -- बस में खड़े होकर सफर करने में यात्रियों को परेशानी होती है। बस स्टाप पर भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। - कुंवरपाल ,यात्री ---- यह कहते हैं अधिकारी - बसों की मांग के लिए पत्र भेजा गया था। यात्रियों को डिपो द्वारा सबसे बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसलिए हापुड़ डिपो प्रदेश में अव्वल रहता है। संदीप नायक, एआरएम

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