विदेशी परिदों से गुलजार हुआ खादर क्षेत्र

प्रिस शर्मा गढ़मुक्तेश्वर धार्मिक पर्यटन का केंद्र गढ़ के खादर में गंगा किनारे इन दिनों विदे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:24 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:24 PM (IST)
विदेशी परिदों से गुलजार हुआ खादर क्षेत्र
विदेशी परिदों से गुलजार हुआ खादर क्षेत्र

प्रिस शर्मा, गढ़मुक्तेश्वर

धार्मिक पर्यटन का केंद्र गढ़ के खादर में गंगा किनारे इन दिनों विदेशी परिदों से गुलजार होना शुरू हो गया है। मौसम में आए बदलाव के बाद यहां प्रवासी परिदों की संख्या में इजाफा होने लगा है। खादर क्षेत्र में प्रवासी परिदों ने गंगा किनारे स्थित खेतों में अपना आशियाना बना लिया है। यदि ठंड अधिक बढ़ती है तो इन परिदों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।

गंगा किनारे स्थित हस्तिनापुर खादर के जंगल में अभी तक कई प्रजातियों के पक्षी डेरा डाल चुके हैं। इनमें दो प्रजातियां पहली मर्तबा यहां दिखाई दी है। पिछले वर्ष तक सात या आठ प्रजातियों के पक्षी ही गंगा नगरी में पहुंचते थे। खादर गंगा का सुरक्षित, शांत और ठंडा वातावरण प्रवासी परिदों को भा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार ब्राउन क्रीक और नार्दन साउलर दो प्रजातियां कोथला झील में पहली बार देखी गई हैं। आकाश मार्ग से हजारों किलोमीटर का सफर तय करके ये पक्षी प्रतिवर्ष यहां पहुंचकर पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बन गई है। इन पक्षियों की जल क्रीड़ाएं लोगों को रोमांचित कर रही हैं। यूरोप, चीन, भूटान, साइबेरिया, सऊदी अरब, अफगानिस्तान और मलेशिया आदि देशों से ये पक्षी लंबी उड़ान भर यहां पहुंचे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पक्षी यहां फरवरी के दूसरे सप्ताह तक रह सकते हैं। वन्य प्राणी विभाग ने पक्षियों की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर रखे हैं।

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क्या कहते हैं अधिकारी

वन्य क्षेत्र अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि अभी कम संख्या में विदेशी पक्षियां यहां आए है। जोकि ब्रजघाट, गंगा नगरी सहित खादर के अंतिम छोर पर जल क्रीड़ाएं करने में मशगूल हैं। इनके विचरण के लिए गंगा में विशेष टापू भी भी है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी इनकी संख्या में इजाफा होगा।

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