जागरण एक्सक्लूसिव:: 104 पुलों की मियाद पूरी, 29.74 करोड़ से होगा निर्माण

22एचपीआर-45 गौरव भारद्वाज हापुड़ मियाद पूरी कर चुके रजवाहों और माइनरों पर बिट्रिश्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 04:58 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 04:58 PM (IST)
जागरण एक्सक्लूसिव:: 104 पुलों की मियाद पूरी, 29.74 करोड़ से होगा निर्माण
जागरण एक्सक्लूसिव:: 104 पुलों की मियाद पूरी, 29.74 करोड़ से होगा निर्माण

22एचपीआर-4,5 गौरव भारद्वाज, हापुड़

मियाद पूरी कर चुके रजवाहों और माइनरों पर बिट्रिश काल में बने जर्जर पुलों की सूरत बदलने वाली है। सिचाई विभाग की अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर ने 29.74 करोड़ रुपये से पुलों के निर्माण और मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे डिवीजन क्षेत्र में आने वाले जनपद मुजफ्फरनगर, मेरठ हापुड़ और बुलंदशहर में 104 पुलों पर कार्य कराया जाएगा, जिसमें आठ नए पुल और 96 पुलों की मरम्मत की जाएगी। विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। सिचाई विभाग की अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर का क्षेत्रफल जनपद मुजफ्फरनगर, मेरठ हापुड़ और बुलंदशहर में आता है। डिवीजन क्षेत्र में 325.04 किलो मीटर लंबे रजवाहे हैं, जबकि 585 किलो मीटर लंबे मानइर हैं। रजवाहों और माइनरों से डिवीजन क्षेत्र में एक लाख 16 हजार एकड़ भूमि सिचित होती है। चारों जनपदों में रजवाहों और माइनरों पर बने 104 पुल ऐसे हैं जिनकी मियाद पूरी हो चुकी है। बावजूद इसके उन पर आवाजाही बदस्तूर जारी है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय ग्रामीणों का वहां से गुजरना मजबूरी है। इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी सिचाई बंधू की मासिक बैठक में अफसरों को बता चुके हैं। समय-समय पर स्थानीय लोग जर्जर पुलों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रदर्शन करते रहते हैं। किसानों की समस्याओं को देखते हुए सिचाई विभाग के अफसरों ने सुध ली। विभाग के शीर्ष स्तर से पुलों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार करने के आदेश मिले। सिचाई विभाग के अफसरों ने सर्वे कराकर जर्जर पुलों की सूची तैयार कराई, जिसमें पता चला कि आठ पुलों का नए सिरे से निर्माण कराया जाएगा। जबकि 96 पुलों की बड़े स्तर पर मरम्मत कराई जाएगी। ब्रिटिश काल से बने हुए हैं अधिकतर पुल सिचाई विभाग का इतिहास बताता है कि अनूपशहर शाखा खंड गंगानहर का निर्माण 1848 में हुआ था। ब्रिटिश काल में गंगनहर पर बने पुलों का निर्माण 1850 में हुआ था। गंग नहर शाखा में मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर व हापुड़ जनपद के हिस्से आते हैं। हापुड़ जिले में केवल इस खंड का क्षेत्र गढ़मुक्तेश्वर तहसील में है। गढ़मुक्तेश्वर में एक उप राजस्व अधिकारी कार्यालय है। हापुड़ में एक उपखंड कार्यालय तृतीय स्थापित है। बुलंदशहर में एक एसडीओ कार्यालय है। अनूपशहर शाखा खंड गंगनहर एक नजर में जनपद सिचित भूमि रजवाहे माइनर राजस्व मुजफ्फरनगर 6959 38.82 11.92 112.56 मेरठ 43503 156.92 465.02 435.03 हापुड़ 22033 77.44 65.20 167.91 बुलंदशहर 27521 51.86 51.86 157.41 कुल योग 100016 325.04 585 872.91 नोट- सिचित भूमि एकड़ में, रजवाहे व माइनर किलोमीटर में और राजस्व लाखों में है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जर्जर हो चुके पुराने पुलों की मरम्मत और निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव बनाया है। डिवीजन क्षेत्र में 104 पुलों को चिह्नित किया है। इनमें आठ नए पुल, 15 रजवाहों पर 57 पुल और 62 माइनरों पर 39 पुलों की मरम्मत की जाएगी। इन पर 29 करोड़ 74 लाख 91 हजार रुपये का खर्च होगा। इस प्रस्ताव को 26 जनवरी के बाद लखनऊ में होने वाली विभागीय बैठक में रखा जाएगा। प्रस्ताव स्वीकृत होते ही टेंडर जारी कर कार्य शुरू किया जाएगा। शेर सिंह, अधिशासी अभियंता, खंड गंग नहर अनूपशहर

chat bot
आपका साथी