झूमकर बरसे बदरा, किसानों के खिले चहले

लंबे इंतजार के बाद बरसात ने जनपद में में अपनी दस्तक दे दी। दोपहर के समय आसमान में छाए काले बादल शाम को जमकर बरसे। बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। वहीं धान समेत अन्य फसल के लिए बारिश संजीवनी बनकर बरसी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Jun 2020 07:58 PM (IST) Updated:Mon, 29 Jun 2020 07:58 PM (IST)
झूमकर बरसे बदरा, किसानों के खिले चहले
झूमकर बरसे बदरा, किसानों के खिले चहले

29एचपीआर34 जागरण संवाददाता, हापुड़

लंबे इंतजार के बाद बरसात ने जनपद में में अपनी दस्तक दे दी। दोपहर के समय आसमान में छाए काले बादल शाम को जमकर बरसे। बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। वहीं धान समेत अन्य फसल के लिए बारिश संजीवनी बनकर बरसी है।

पिछले कुछ दिनों ने बढ़ी गर्मी से हर कोई आहत हो चला था। आसमान में बादल उमड़ रहे थे, लेकिन बरसात न होने से लोगों में मायूसी थी। बरसात न होने के कारण लोगों को भीषण गर्मी का प्रकोप भी झेलना पड़ रहा था। सोमवार की दोपहर में आसमान में काले देखकर लोगों में बारिश होनी की उम्मीद जगी। शाम होते ही एक बार फिर मौसम ने करवट ली और लोगों की उम्मीदों को पूरा करते हुए बदरा झूमकर बरसे। करीब 15 मिट हुई झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया। बरसात होने से लोगों सहित सभी जीव-जंतुओं को गर्मी से राहत मिली हैं। वहीं सूखा की तरफ अग्रसर हो चली धान की फसल को संजीवनी मिल गई है। बारिश से किसानों को भी काफी राहत मिली है।

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