निजी अस्पताल संचालकों को बेहतर उपचार देने के दिए निर्देश
नगर के अस्पतालों के गेट खटखटाने के बाद भी समय से उपचार न मिल पाने के मामले में तीन दिन पूर्व हुई गर्भवती महिला की मौत के मामले को सीएमओ ने संज्ञान में लिया है। अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए हैं। नगर के मोहल्ला लज्जापुरी निवासी प्रवेश की पत्नी शशि की के स्वजन ने निजी अस्पतालों में समय से उपचार न मिलने के कारण तीन दिन पूर्व मौत होने का आरोप लगाया था। महिला सात माह की गर्भवती थी रविवार देर को महिला के पेट में असहनीय दर्द
जागरण संवाददाता, हापुड़:
नगर के अस्पतालों के गेट खटखटाने के बाद भी समय से उपचार न मिल पाने के मामले में तीन दिन पूर्व हुई गर्भवती महिला की मौत के मामले को सीएमओ ने संज्ञान में लिया है। अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए हैं।
नगर के मोहल्ला लज्जापुरी निवासी प्रवेश की पत्नी शशि की के स्वजन ने निजी अस्पतालों में समय से उपचार न मिलने के कारण तीन दिन पूर्व मौत होने का आरोप लगाया था। महिला सात माह की गर्भवती थी, रविवार देर को महिला के पेट में असहनीय दर्द के साथ ब्लीडिग की शिकायत हुई थी। स्वजन ने आरोप लगाया था कि महिला को नगर के कई अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन किसी भी अस्पताल में उपचार नहीं मिल पाया, जिसके कारण मेरठ के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रेखा शर्मा ने बताया कि सभी अस्पताल संचालकों से आने वाले मरीजों का उपचार करने के निर्देश दिए हैं। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आइएमए के अध्यक्ष डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि नगर में कुछ अस्पताल ऐसे है जिनमें चौबीस घंटे चिकित्सक तैनात रहते हैं। महिला की मौत का चिकित्सक जगत को खेद है। मरीजों को बेहतर उपचार मिले यहीं हमारी कोशिश रहती है।