Hapur Neem River News: अब रंग ला रही नीम नदी को पुनर्जीवित करने की पहल, बनता जा रहा कारवां

Hapur Neem River News नीम नदी को पुनर्जीवित करने की पहल शुरू की थी वह रंग ला रही है। नीम नदी पर जहां पर्यावरण प्रेमी खर्चे पर मशीन से खुदाई का काम करा रहे हैं वहीं प्रशासन भी इसमें सहयोग करके नदी को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रहा है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 12:28 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 12:28 PM (IST)
Hapur Neem River News:  अब रंग ला रही नीम नदी को पुनर्जीवित करने की पहल, बनता जा रहा कारवां
Hapur Neem River News: अब रंग ला रही नीम नदी को पुनर्जीवित करने की पहल, बनता जा रहा कारवां

हापुड़ [मनोज त्यागी]। 'नीम नदी पर चल रहा, जोर शोर से काम। इक सपने को मिल रहा, सुनो सुखद परिणाम।' डा. अशोक मैत्रेय की ये पंक्तियां नीम नदी पर हो रहे काम को सार्थक बना रहीं है। जब किसी कार्य को निस्वार्थ भाव से किया जाता है तो उसका परिणाम भी सुखद होता है। दैनिक जागरण ने करीब पांच माह पहले नीम नदी को पुनर्जीवित करने की पहल शुरू की थी वह रंग ला रही है। नीम नदी पर जहां पर्यावरण प्रेमी अपने खर्चे पर मशीन से खुदाई का काम करा रहे हैं, वहीं प्रशासन भी इसमें किसी न किसी रूप में सहयोग करके नदी को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रहा है। आज नदी के दो बड़े तालाब अपने स्वरूप में लौटने लगे हैं। हालांकि नदी को वास्तविक रूप में लाने के लिए जनसहयोग की बड़ी दरकार है।

दो दशक से विलुप्त हो चुकी नीम नदी को पुनर्जीवित करने का बीड़ा दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन ने उठाया था। स्थिति यह थी कि बुजुर्गों को यदि छोड़ दिया जाए तो युवाओं को नीम नदी के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। दैनिक जागरण ने नदी के किनारे लगे गांव में पंचायत कर लोगों को जागरूक किया। साथ ही शहरी क्षेत्र में स्कूल-कालेजों से लेकर समाजसेवी संस्थाओं के बीच गोष्ठी कर नदी के महत्व को बताया। जनमानस ने भी दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन की इस मुहिम के भूरि-भूरि प्रशंसा की थी। साथ ही हर तरह से जनसहयोग की हामी भरी थी। आज जनमानस के बीच नीम नदी चर्चा की विषय बनी है।

नीम नदी के उद्गम स्थल पर सात जून को मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और जिलाधिकारी अनुज सिंह ने श्रमदान कर नदी की खुदाई का शुभारंभ किया था। शुरुआती दौर में ग्राम प्रधान रजनीश त्यागी ने अपने निजी खर्चे से मशीन से खुदाई कराई। इसके बाद कई अन्य लोगों और संस्थाओं ने खुदाई मशीन का खर्चा वहन किया। इसका परिणाम यह है कि नदी के एक बड़े हिस्से की खुदाई के साथ उसके किनारे भी ऊंचे-ऊंचे कर दिए गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बरसात में कई लाख लीटर पानी को नदी के उद्गम स्थल पर रीचार्ज हो जाएगा। साथ ही नदी एक बार फिर कल-कल करके बहने लगेगी।

नदी के दो तालाबों ने अपना रूप ले लिया है। छह तालाबों पर भी काम शुरू कर दिया गया है। इस बरसात में तालाबों में पानी भरेगा और नदी बहने लगेगी। नदी के लिए जनसहयोग मिल रहा है। प्रशासन भी हर तरह से सहयोग कर काम को आगे बढ़ा रहा है। -नदी पुत्र रमनकांत त्यागी

यह हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है कि जिले में सिर्फ एक ही नदी का उद्गम है और वह उद्गम हमारे गांव दत्तियाना में है। अनदेखी के कारण नदी अपना अस्तित्व खो चुकी थी। अब दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन के सहयोग से नदी अपने स्वरूप में लौटने लगी है। इसमें ग्रामीणों का पूरा सहयोग मिल रहा है।- रजनीश त्यागी, ग्राम प्रधान दत्तियाना

कुछ जगहों पर सरकारी काम चल रहा है। वहां मिट्टी की आवश्यकता है। सोमवार को इंजीनियर नीम नदी के उद्गम पर जाकर मिट्टी की जांच करेंगे और इसके बाद वहां से मिट्टी उठाने के काम में तेजी आएगी। हमारा प्रयास है कि बरसात से पहले ज्यादा से ज्यादा नदी के उद्गम स्थल पर खुदाई का काम हो जाए। -उदय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी, हापुड़

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