अधूरे निर्माण ने बढ़ाई मुसीबत, बढ़ रहा प्रदूषण

अभियान - दम फुला रहीं बुरी आदतें 20 एचपीआर 20 21 - - कार्रवाई के नाम पर हो रही लीपा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 06:15 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 06:15 PM (IST)
अधूरे निर्माण ने बढ़ाई मुसीबत, बढ़ रहा प्रदूषण
अधूरे निर्माण ने बढ़ाई मुसीबत, बढ़ रहा प्रदूषण

अभियान - दम फुला रहीं बुरी आदतें

20 एचपीआर 20, 21 -

- कार्रवाई के नाम पर हो रही लीपापोती

- जिले में अधर में लटके हैं तमाम निर्माण कार्य

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

जिले में तमाम निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन बजट आदि के अभाव में यह बीच-बीच में रुक जाते हैं। इस दौरान निर्माण सामग्री खुले में पड़ी रहती है। जो वायु प्रदूषण को बढ़ाती है। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोग बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं।

किसी भी निर्माण कार्य की शुरूआत से पहले सभी प्रकार के मानकों को पूरा करना जरूरी होता है, जिसमें निर्माण सामग्री को रखने के भी नियम शामिल हैं। निर्माण सामग्री को खुले स्थान पर नहीं रखा जा सकता है। निर्माण सामग्री पर पानी का छिड़काव जरूरी होता है। साथ ही हरे रंग का जाली वाला कपड़ा भी डालना होता है, लेकिन जिले में ऐसा ना के बराबर होता है। पानी का छिड़काव बिल्कुल नहीं किया जाता है। खुले में पड़ी निर्माण सामग्री हवा के साथ वातावरण में मिल जाती है। इस कारण वायु प्रदूषण फैलता है। यह निर्माण सामग्री हवा के साथ हमारी सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करती है, जिस कारण लोग बीमार भी होते हैं।

बता दें कि जनपद में भी कई निर्माण कार्य अधर में लटके हुए हैं। नगर पालिका, जल निगम, एचपीडीए, लोक निर्माण विभाग और निजी स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों के दौरान निर्माण सामग्री को रखने वाले नियमों की अनदेखी होती है। साथ ही ट्रैक्टर-ट्राली से भी निर्माण सामग्री पहुंचाई जाती है। यहां पर भी नियमों का पालन नहीं होता है। यदि इस ओर अधिकारी ध्यान दें और नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई हो तो निश्चित ही वायु प्रदूषण को कम करने में कुछ सफलता हासिल हो सकती है।

इस संबंध में प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा का कहना है कि बीते दिनों खुले में निर्माण सामग्री रखने पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

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