1 महीने बाद दिल्ली के अस्पताल में श्वेता की मौत, हापुड़ में मचा हंगामा; पुलिस ने किया लाठीचार्ज

दहेजलोभी ससुराल पक्ष के लोगों ने एक विवाहिता को इतनी यातनाएं दी कि पिछले एक माह से दिल्ली के एक अस्पताल भर्ती पीड़िता की शुक्रवार तड़के मौत हो गई।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 02:10 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 02:10 PM (IST)
1 महीने बाद दिल्ली के अस्पताल में श्वेता की मौत, हापुड़ में मचा हंगामा; पुलिस ने किया लाठीचार्ज
1 महीने बाद दिल्ली के अस्पताल में श्वेता की मौत, हापुड़ में मचा हंगामा; पुलिस ने किया लाठीचार्ज

हापुड़ [केशव त्यागी]। दहेजलोभी ससुराल पक्ष के लोगों ने एक विवाहिता को इतनी यातनाएं दी कि पिछले एक माह से दिल्ली के एक अस्पताल भर्ती पीड़िता की शुक्रवार तड़के मौत हो गई। पुलिस द्वारा आरोपितों पर कार्रवाई न किए जाने से गुस्साए परिजनों ने गढ़ रोड स्थित फ्लाईओवर पर शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जानकारी पर कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। शव से लिपटकर बिलख रहे परिजनों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। लाठी चार्ज होते ही लोगों में भगदड़ मच गई। सड़क पर करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान पुलिस और परिजनों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने शव को सड़क से हटवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मोहल्ला शिवनगर निवासी मुरारी लाल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पुत्री श्वेता की शादी 19 फरवरी 2018 में जनपद मेरठ थाना नौचंदी क्षेत्र के मोहल्ला पूर्वा शेखलाल निवासी वरुण उर्फ सोनू के साथ की थी। ससुराल पक्ष के लोग दहेज में पांच लाख रुपये और कार की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर आए दिन प्रताड़ित करने लगे। पुत्री गर्भवती हुई तो ससुराल पक्ष के लोगों ने पीटा और 10 अप्रैल 2019 में घर से निकाल दिया। इसके बाद वह मायके में ही रहने लगी। 18 अगस्त को श्वेता ने बच्ची को जन्म दिया। 19 अगस्त को वरुण घर पहुंचा अौर श्वेता व बच्ची को अपने साथ मेरठ ले गया।

आरोप है कि ससुराल ले जाने के बाद आरोपितों ने श्वेता को एक माह तक कमरे में बंधक बनाकर भूखा-प्यासा रखा। उसकी दुधमुही बच्ची को भी उससे दूर रखा। बच्ची के लिए पीड़िता एक माह तक ससुराल पक्ष के लोगों से मिन्नतें करती रही, लेकिन आरोपित का दिल नहीं पसीजा। मुरारी लाल ने बताया कि वह 15 सितंबर को पुत्री को देखने उसकी ससुराल पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन निकल गई। पुत्री को ससुराल में दी जा रही यातनाओं की जानकारी हुई। आनन-फानन में मरणासन्न अवस्था में पुत्री को लेकर हापुड़ के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने गंभीर हालत देखते हुए श्वेता को दिल्ली के एक अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

करीब एक माह से श्वेता अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी। शुक्रवार तड़के विवाहिता ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। पीड़ित पिता ने बताया कि उसके थाना देहात में पुत्री के पति वरुण, ससुर चंद्रप्रकाश, जेठ तरुण, जेठ अरुण, जेठानी नीतू और जेठानी सरिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। महिला की मौत के बाद परिजन शव लेकर हापुड़ पहुंचे। पुलिस पर कार्रवाई न करने से गुस्साए परिजनों से गढ़ रोड स्थित फ्लाईओवर पर शव रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। मामले की जानकारी पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह, थाना देहात प्रभारी निरीक्षक रविंद्र राठी, बाबूगढ़ थाना प्रभारी अजय चौधरी समेत काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।

पुलिस ने कुछ देर तो परिजनों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन इसके बाद हैवान बनी पुलिस ने भीड़ में शामिल महिलाओं और पुरुषों पर जमकर लाठियां भांजी। लाठी चार्ज के बाद लोगों में भगदड़ मच गई। कई लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं। इसके बाद काफी देर तक महिलाओं और पुलिस के बीच शव उठाने को लेकर नोकझोंक होती रही। करीब एक घंटे बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाया जाएगा। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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