हापुड़ में बकरी चुराने आए बदमाशों ने महिला के पेट में चाकू घोंपा, मौत

चार बदमाशों ने दो बकरियां चोरी कर ली थीं। विरोध पर बदमाशों ने पहले महिला के पेट में चाकू घोंपा और फिर उसे कार से रौंद दिया था।घायल महिला का दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:36 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:34 PM (IST)
हापुड़ में  बकरी चुराने आए बदमाशों ने महिला के पेट में चाकू घोंपा, मौत
महिला को नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया और उपचार के दौरान मौत।

हापुड़ [केशव त्यागी]। थाना देहात क्षेत्र की मोहल्ला निवासी विधवा महिला के घर में घुसकर 12 अक्टूबर की तड़के चार बदमाशों ने दो बकरियां चोरी कर ली थीं। विरोध पर बदमाशों ने पहले महिला के पेट में चाकू घोंपा और फिर उसे कार से रौंद दिया था।घायल महिला का दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार चल रहा था। शुक्रवार शाम उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई है। स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं पुलिस अभी तक घटना का पर्दाफाश नहीं कर सकी है। गांव असौड़ा के अमन कालोनी निवासी नौशाद ने बताया कि उसकी बहन नसरीन बकरी पालन कर वह किसी तरह बच्चों की परवरिश करती आ रही थी।

12 अक्टूबर सुबह करीब चार बजे हथियारों से लैस कार सवार चार बदमाश उसके घर में घुस आए थे। बदमाशों ने नसरीन के घर में बंधी दो बकरियों को कार में डाल लिया था। बकरी की आवज सुनकर नसरीन की आंख खुल गईं। बदमाशों को देखकर नसरीन ने शोर मचा दिया और बकरियां कार से उतारने का प्रयास किया था। इस पर बदमाशों ने नसरीन के कांधे पर चाकू से वार किया। इसके बाद पेट में चाकू घोंपकर उसकी हत्या का प्रयास किया था।

महिला को घायल अवस्था में नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे मेरठ रेफर किया गया। हालत गंभीर देखते हुए मेरठ स्थित अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला को दिल्ली के लिए रेफर कर दिया था। इसके बाद से उसका उपचार चल रहा था। थाना देहात प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश उपाध्याय ने बताया की महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई है । शव पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जल्दी वारदात का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

मां-बाप की मौत से अनाथ हुए बच्चे: नौशाद ने बताया कि बहन नसरीन के पति रहीस की कई वर्ष पहले मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद से नसरीन अपने पुत्र जीशान व पुत्री मंतसा के साथ रहती है। बकरी पालन कर वह किसी तरह बच्चों की परवरिश करती आ रही थी। अब नसरीन की मौत से बच्चों व स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है। बच्चों की परवरिश पर संकट मंडराने लगा है।

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