Hapur Neem River Latest News: दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन की मुहिम रंग लाई

नदी पुत्र रमन कांत त्यागी ने बताया कि नीम नदी पुनर्जीवन के कार्य में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। दतियाना गांव से नदी उद्गम के पुनर्जीवन का कार्य मंडलायुक्त मेरठ सुरेंद्र सिंह के शुभ हाथों से प्रारम्भ होने जा रहा है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 11:38 AM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 11:38 AM (IST)
Hapur Neem River Latest News: दैनिक जागरण और नीर फाउंडेशन की मुहिम रंग  लाई
नीम नदी का एक लोगो भी तैयार किया गया है

हापुड़, मनोज त्यागी। आखिर वो समय आ ही गया जब नीम नदी कुलमलाएगी, नवयोवना की तरह इठलाकर-बलखाकर चलेगी। कोई अवरोध नहीं होगा। नदी के किनारे पेड़ पौधे लहलाएंगे। जिन पर चिड़ियों की चहचाहट भी सुनी जा सकेगी। इसके लिए 27 मार्च को मेरठ मंडल के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह नीम नदी की खुदाई की शुरुआत करेंगे। इसके लिए बुधवार को जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिला विकास अधिकारी उदय सिंह ने नदी का निरीक्षण किया और मौके की हकीकत जानी। वहीं नीम नदी को पुनर्जीवन देने के लिए दैनिक जागरण ने नीर फाउंडेशन के साथ मिलकर अभियान छेड़ा हुआ है।

बुधवार की दोपहर को जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने अपने कार्यालय में बैठक का आयोजन किया। इसमें मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, अपर जिलाधिकारी जयनाथ सिंह, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शेर सिंह, उपखंड अधिकारी राजेश कुमार, लघु सिंचाई विभाग के जेई सूरज पाल सिंह और नीर फाउंडेशन के रमन कांत त्यागी शामिल हुए। जिलाधिकारी ने कहा कि नीम नदी को हर हाल में अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। 27 मार्च को नदी के उद्गम स्थल पर कमीश्नर द्वारा खुदाई का शुभारंभ होगा। बरसात से पहले नदी की खुदाई का काम पूरा हो जाना चाहिए। ताकि बरसात के पानी का ज्यादा से ज्यादा संचयन किया जा सके। इसमें जन सहयोग लिया जाए और सामाजिक संगठनों को भी जोड़ा जाए।

सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शेर सिंह ने बताया कि नदी का बहाव क्षेत्र 188 किमी का है। इसमें से हापुड़ में 14 किमी, बुलंदशहर में 98 और अलीगढ़ में 76 किमी नीम नदी बहती है। इसमें से करीब 108.8 किमी अपने क्षेत्र में आता है। इसमें काम शुरू करा दिया गया है। नदी की पट्टी का सौदर्यीकरण मनरेगा के द्वारा कराया जाएगा। जबकि नदी की अंदर की सफाई का काम मशीन के द्वारा कराया जा रहा है। नीम नदी निरंतर बहे इसके लिए नहर से पानी डालने की भी व्यवस्था की जाएगी।

बैठक में नीर फाउंडेशन के संस्थापक रमन कांत त्यागी ने कहा कि नीम नदी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसमें प्रदूषण नहीं है। नदी के पुनर्जीवित होने के बाद क्षेत्र के लिए जीवन रेखा बनेगी। आज दुनिया में सबसे ज्यादा भूजल का इस्तेमाल भारत में होता है। जबकि भूजल रीचार्ज की व्यवस्था नहीं के बराबर है। हमें ग्रे वाटर के इस्तेमाल को भी बढ़ाना होगा। पार्क आदि में ग्रे वाटर का इस्तेमाल हो तो ज्यादा अच्छा है। नदी जीवित होने के बाद पानी का एक बड़ा स्त्रोत नदी के किनारे रहने वाले लोगों को मिलेगा।

जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी उदय सिंह ने नीम नदी का दौरा किया। उन्होंने मौके पर जमीन हकीकत को समझा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जिला विकास अधिकारी को बताया कि उद्गम स्थल पर एक बड़े तालाब की जमीन है। यह जमीन राजवाहे से सौ मीटर अंदर तक है। खुदाई होने के बाद यहां पानी रीचार्ज का बहुत बड़ा स्त्रोत बन जाएगा। जिला विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि नदी की खुदाई में जन सहयोग को तरजीह दी जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि नदी के उद्गम स्थल तक पट्टी को चौड़ा करने के साथ उस पर खड़जा भी लगाया जाए। ताकि लोगों का आवागमन सहज हो सके।

नदी पुत्र रमन कांत त्यागी ने बताया कि नीम नदी पुनर्जीवन के कार्य में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। दतियाना गांव से नदी उद्गम के पुनर्जीवन का कार्य मंडलायुक्त मेरठ सुरेंद्र सिंह के शुभ हाथों से प्रारम्भ होने जा रहा है। इसके लिए मंडलायुक्त महोदय से वार्ता करके 27 मार्च का समय तय किया गया है। नीर फाउंडेशन व जिला प्रशासन की टीम द्वारा बुधवार को दतियाना गांव में मंडलायुक्त के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा भी लिया गया। नदी के कार्य को समाज के विभिन्न तबकों तक ले जाने के लिए नीम नदी का फेसबुक पेज भी बनाया गया है। नीम नदी का एक लोगो भी तैयार किया गया है, जिसका अनावरण मंडलायुक्त महोदय के द्वारा दतियाना में ही किया जाएगा।

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