धौलाना की 20 फैक्ट्रियों में चल रहा बैट्री रीसाइक्लिंग का काम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगाया 25 लाख का जुर्माना

मसूरी- गुलावठी मार्ग स्थित औद्योगिक क्षेत्र में मानकों की अनदेखी कर प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली फैक्ट्रियों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बोर्ड 20 फैक्ट्रियों पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया हैं।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 04:57 PM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 04:57 PM (IST)
धौलाना की 20 फैक्ट्रियों में चल रहा बैट्री रीसाइक्लिंग का काम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगाया 25 लाख का जुर्माना
औद्योगिक क्षेत्र में साफ-सफाई और कूड़ा निस्तारण का जिम्मा जिला पंचायत के पास है।

हापुड़/ धौलाना [राहुल गहलौत]। मसूरी- गुलावठी मार्ग स्थित औद्योगिक क्षेत्र में मानकों की अनदेखी कर प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली फैक्ट्रियों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बोर्ड 20 फैक्ट्रियों पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया हैं। जुर्माना की संस्तुति पर बोर्ड द्वारा शासन को पत्र भेज दिया गया है। दैनिक जागरण द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में मानकों की अनदेखी कर प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली फैक्ट्रियों के बारे में समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया जा रहा है।

16 नवंबर के संस्करण में जहरीली हवा को और जानलेवा बना रहा औद्योगिक क्षेत्र का कचरा समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। समाचार प्रकाशित होते ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने मौके पर जाकर जल रहे कूड़े की जांच की। जांच में पता चला कि जलने वाला कूड़ा बैट्री रीसाइक्लिंग करने वाली फैक्ट्रियों का हैं। इस बावत फैक्ट्रियों में जांच की गई। जिस पर यह पता लगाना मुश्किल हो गया कि आखिर कूड़ा किस फैक्ट्री है।

इसके चलते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औद्योगिक क्षेत्र में बैट्री रीसाइक्लिंग करने वाली फैक्ट्रियों पर सवा-सवा लाख रुपये का जुर्माना किया है। बीस फैक्ट्री रजिस्टर्ड है, इसी तरह 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना लगने की सूचना के बाद से फैक्ट्री स्वामियों में हड़कंप मच गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि यह कार्यवाही राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशानुसार की गई है।

जिला पंचायत को पत्र भेज कर दर्ज कराई शिकायत 

औद्योगिक क्षेत्र में साफ-सफाई और कूड़ा निस्तारण का जिम्मा जिला पंचायत के पास है। जिला पंचायत द्वारा साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जगह-जगह कूड़े के ढेर रहते है। कई बार लोग कूड़े के ढेर में आग लगा देते है। जिससे वायु प्रदूषण फैलता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने जिला पंचायत को पत्र लिखकर साफ-सफाई दुरुस्त कराने की हिदायत दी है। पत्र में कहा गया है कि सर्दी के मौसम का शुरू होते हुए प्रदूषण बढ़ने लगा है। इसीलिए सफाई व्यवस्था को दुरुस्त होना बेहद आवश्यक हो गया हैं।

chat bot
आपका साथी