UP: श्मशान से कफन व कपड़े चोरी कर बाजार में बिक्री के मामले ने पकड़ा तूल, हापुड़ एएसपी को सौंपी गई जांच
एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि एडीजी राजीव सभरवाल ने कफन प्रकरण की जांच उन्हें सौंपी है। उन्होंने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। पुलिस व आरोपित पक्ष के लोगों के बयान दर्ज कराए हैं। तीन से सात दिवस के अंदर जांच रिपोर्ट एडीजी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
हापुड़, केशव त्यागी। जनपद बागपत के कोतवाली बड़ौत पुलिस ने आठ मई को श्मशान आने वाले शवों को कफन व कपड़े चोरी कर दोबारा बाजार में बिक्री करने के मामले में सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण को लेकर बागपत के राजनैतिक पार्टियों से जुड़े नेता, विभिन्न संगठन व व्यापारी आरोपितों के पक्ष में उतर गए। उन्होंने एडीजी मेरठ जोन से प्रकरण की जांच दूसरे जनपद की पुलिस से कराने की मांग की थी। एडीजी के आदेश पर जांच हापुड़ ट्रांसफर कर दी गई है। जांच हापुड़ एएसपी करेंगे। तीन से सात दिवस के अंदर वह जांच रिपोर्ट एडीजी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
यह है कफन प्रकरण
जनपद बागपत के कोतवाली बड़ौत पुलिस ने आठ मई को श्मशान घाट आने वाले शवों के कफन व कपड़े चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। आरोपित रात के समय श्मशान घाट से कफन व दूसरे कपड़े चोरी करते थे। इसके बाद उनकी धुलाई की जाती थी और नामचीन कंपनी का स्टीकर लगाया पैकिंग कर दी जाती थी। आरोपित इन्हें दोबारा बाजार में बिक्री कर लाभ कमाते थे। इनमें कई कफन और कपड़े कोरोना से मरने वाले लोगों के होते थे। इस मामले में बड़ौत के कारोबारी प्रवीण कुमार जैन उसके पुत्र आशीष उर्फ उदित जैन, भतीजे ऋषभ जैन, श्रवण कुमार शर्मा, राजू शर्मा, बबलू व शाहरुख को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
बड़ौत पुलिस की कार्यशैली पर उठाया सवाल
बृहस्पतिवार को प्रवीण जैन की पत्नी ने राजनैतिक पार्टी के नेताओं व विभिन्न संगठनों के लोगों के साथ एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल से शिकायत की थी। उन्होंने बागपत पुलिस की कार्यशैली को संदिग्ध बताते हुए विभिन्न प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप लगाए। प्रकरण की जांच दूसरे जनपद की पुलिस से कराने की मांग की थी। एडीजी प्रकरण की जांच जनपद हापुड़ के एएसपी सर्वेश मिश्रा को दी गई है।
तीन से सात दिन में देनी होगी जांच रिपोर्ट
एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि एडीजी राजीव सभरवाल ने कफन प्रकरण की जांच उन्हें सौंपी है। उन्होंने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। पुलिस व आरोपित पक्ष के लोगों के बयान दर्ज कराए हैं। तीन से सात दिवस के अंदर जांच रिपोर्ट एडीजी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। वहीं, आइजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जांच की निगरानी वह स्वयं कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।