मनुष्य को परमात्मा से मिलाते हैं हनुमान : ओझा
ग्राम विकास समिति अनवरपुर द्वारा संचालित श्री कृष्ण वैदिक गोशाला शाहपुर फगौता में चल रही हनुमंत कथा के चलते कथा व्यास अर¨वद भाई ओझा ने हनुमान के जन्मदिन का वर्णन करते हुए कहा कि हनुमान भक्तों को परमात्मा से मिलाने का कार्य करते है। मनुष्य की उत्पत्ति, समुंद्र मंथन से निकले रत्नों का उदाहरण
संस, पिलखुवा : ग्राम विकास समिति अनवरपुर द्वारा शाहपुर फगौता में संचालित श्री कृष्ण वैदिक गोशाला में आयोजित हनुमंत कथा में कथा व्यास अर¨वद भाई ओझा ने हनुमान के गुणों का बखान किया। उन्होंने कहा कि हनुमान भक्तों को परमात्मा से मिलाने का कार्य करते है। उन्होंने हनुमान के ब्रह्मचर्य और स्वामी भक्ति का वर्णन करते हुए कहा कि ब्रह्मचर्य में अतुलित बल होता है। उन्होंने अपने बल और बुद्धि के कारण अकेले ही लंका में घुस कर पहले महाबलशाली रावण के पुत्र का वध किया और बाद में लंका में आग लगा दी। इसके बावजूद वह सुरक्षित अपने खेमे में लौट कर आ गए। मनुष्य की उत्पत्ति और समुंद्र मंथन से निकले रत्नों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य को परमात्मा से मिलन के लिए यथासंभव पुरुषार्थ करना चाहिए। सुरेश गुप्ता, नरेंद्र ¨सह, जनक ¨सह, पवन कुमार, अजय सैनी, रामचंद्र आदि मौजूद रहे।