गढ़मुक्तेश्वर में हाइवे पर चलती कार में लगी आग, परिवार ने कूदकर बचाई जान
दिल्ली के कुतुब एनक्लेव निवासी प्रवीण कुमार सहित उनके परिवार के चार लोग शुक्रवार सुबह करीब सात बजे हल्द्वानी से कार में सवार होकर वापस घर लौट रहे थे। जब वह हाइवे पर गांव बदरखा के निकट पहुंचे तो अचानक उनकी कार में आग लग गई।
गढ़मुक्तेश्वर [प्रिंस शर्मा]। गढ़ के गांव बदरखा के निकट मुरादाबाद-दिल्ली हाइवे पर शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब एक चलती हुई कार आग के गोले में तब्दील हो गई। दमकल विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही कार पूरी तरह जलकर राख हो गई। गनीमत रही कि कार में सवार सभी लोग समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।
दिल्ली स्थित कुतुब एनक्लेव निवासी प्रवीण कुमार अपनी पत्नी, बेटे और बहन के साथ हल्द्वानी गए थे। शुक्रवार सुबह को वह वहां से वापस लौट रहे थे। सुबह करीब सात बजे जब वह गढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव बदरखा के निकट पहुंचे तो कार के अगले हिस्से में धुआं निकलना शुरू हो गया। कार में सवार लोग कुछ समझते इससे पहले ही धुआं आग में तब्दील हो गया।
कार चला रहे प्रवीण ने खुद बाहर निकलकर कार में सवार परिवार के अन्य लोगों को भी समय रहते बाहर निकाल लिया। इसी बीच कार आग का गोला बन गई। आग की तेज लपटें देख हाइवे पर वाहनों के पहिए थम गए। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी।
अग्निशमन विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही कार पूरी तरह जलकर राख हो गई। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शीलैश कुमार का कहना है कि कोई भी व्यक्ति कार में आग लगने की घटना में हताहत नहीं हुआ है। पता चला है कि परिवार दिल्ली का रहने वाला है। घटना की जानकारी मिल गई है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
हापुड़ के बाबूगढ़ में दो लोगों की मौत
वहीं, हापुड़ के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-9 स्थित केंद्रीय विद्यालय के निकट अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई। मरने वालों की पहचान 22 वर्षीय मोहन पुत्र संजीव शर्मा और 27 वर्षीय रवि कुमार पुत्र कैलाश चंद के रूप में हुई। दोनों जनपद अमरोहा के थाना गजरौला के मोहल्ला शिवपुरी निवासी हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियेां के मुताबिक हादसा काफी दर्दनाक था। हादसे के बाद वहां कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई थी। मरने वालों के घर में शोक का वातावरण है। लोग सड़क पर सुरक्षा के साइन बोर्ड और अन्य उपकरण लगाने की बात कर रहे हैं ताकि इस तरह के और हादसों को तुरंत रोका जा सके।