प्रतिबध के बावजूद मूर्ति विसर्जन पर नहीं लगी रोक
26एचपीआर34 संवाद सहयोगी ब्रजघाट तीर्थ नगरी में एनजीटी और उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबंध लगाए जान
26एचपीआर34
संवाद सहयोगी, ब्रजघाट
तीर्थ नगरी में एनजीटी और उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद श्रद्धालु गंगा में धड़ल्ले से मूर्ति विसर्जन कर रहे हैं। नवरात्रि पर्व बीतने के बाद श्रद्धालु बड़ी संख्या में माता दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन के लिए ब्रजघाट पहुंचे। गंगा घाट पर पुलिस चौकी होने के बावजूद श्रद्धालु बेखौफ मूर्ति विसर्जन करते दिखाई दिए। केंद्र सरकार ने गंगा के घाटों पर मूर्तियों के विसर्जन को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। निर्देश इतने कड़े है की पचास हजार रुपये तक जुर्माना का प्रावधान है। यह निर्देश(नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा) ने दिए हैं। मूर्ति विसर्जन की वजह से गंगा में प्रदूषण बढ़ रहा है, साथ ही गंगा की गोद मे पलने वाले जलीय जीवों को खतरा भी उत्पन्न हो रहा है। ताजा शोध के अनुसार हर साल मूर्ति विसर्जन के बाद गंगा में प्रदूषण बढ़ जाता है। मूर्ति बनाने में हेवी मेटल्स,प्लास्टर आफ पैरिस जैसे खतरनाक केमिकल का उपयोग किया जाता है इसकी वजह से गंगा प्रदूषित हो रही। नमामि गंगे( गंगा विचार मंच) के पश्चिमी सह संयोजक अशोक शर्मा का कहना है एक तरफ केंद्र सरकार गंगा को अवरिल और निर्मल बनाने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है, वही दूसरी तरफ प्रशासन व स्थानीय पुलिस की लापरवाही के चलते गंगा में मूर्ति
विसर्जन पर रोक नही लग पा रही है, जिससे गंगा में भारी मात्रा में प्रदूषण हो रहा है। एसडीएम विजय वर्धन तोमर का कहना है कि इस संबंध में जानकारी नहीं है। नगर पालिका और पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि नियमों का हर हाल में पालन कराया जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।