बजट का पड़ा अकाल, रुकी विकास की रफ्तार
जागरण संवाददाता हापुड़ कोरोना संक्रमण ने शहर में होने वाले विकास कार्यों की रफ्तार
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
कोरोना संक्रमण ने शहर में होने वाले विकास कार्यों की रफ्तार पर भी ग्रहण लगा दिया है। बजट की कमी के चलते निर्माण कार्य अधर में लटके हुए हैं, जबकि, कई कार्यों की शुरुआत ही नहीं हो सकी है। इससे हजारों शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, नगर पालिका ने 14 वें वित्त से मिली धनराशि से विकास कार्यों के स्थान पर अधिकारियों व कर्मचारियों को वेतन दे दिया। कुल मिलाकर करीब सात करोड़ रुपये के विकास कार्य प्रभावित हुए हैं।
मार्च माह से पहले शहर में करोड़ों रुपये की लागत से विकास कार्य चल रहे थे। नगर पालिका 14 वें वित्त और राज्य वित्त से मिलने वाली धनराशि को अलग-अलग बांटकर निर्माण कार्यों को रफ्तार दे रही थी, लेकिन मार्च माह में कोरोना संक्रमण के कारण बजट प्रभावित हुआ। दो महीने तक राज्य वित्त से मिलने वाली धनराशि नहीं मिली, जिस कारण इस मद से होने वाले विकास कार्य आज भी प्रभावित हैं। निर्माण कार्यों से लेकर पथ प्रकाश, जलकल व स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रभावित हुए हैं।
हालांकि, करीब दो माह पहले शासन ने राज्य वित्त की धनराशि जारी कर दी है, जिससे पालिका को कुछ राहत मिली है, वहीं, 14 वें वित्त आयोग से वेतन में खर्च हुई धनराशि को लेकर अधिकारी लगातार पत्राचार कर रहे हैं।
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14 वें वित्त से दिया वेतन -
नगर पालिका को राज्य वित्त से भी धनराशि प्राप्त होती है। पिछले करीब तीन साल में इस बजट में कमी आई है। नगर पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रतिमाह करीब तीन करोड़ रुपये का वेतन दिया जाता है। कोरोना संकट के कारण राज्य वित्त से मिलने वाली धनराशि प्रभावित हुई थी। शासन के आदेश पर 14 वें वित्त से मिली धनराशि में से करीब छह करोड़ रुपये अकेले वेतन में ही खर्च हो गए। इस कारण 14 वें वित्त से होने वाले विकास कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
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राज्य वित्त की धनराशि की है आवश्यकता --
सबसे अधिक समस्या राज्य वित्त से प्राप्त होने वाली धनराशि के न मिलने के कारण खड़ी हुई है। यदि शासन स्तर से यह धनराशि भेज दी जाती है तो फिर नगर पालिका को बड़ी राहत मिलेगी।
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यह विकास कार्य हुए प्रभावित -
स्वर्ग आश्रम रोड पर पथ प्रकाश का कार्य, आवास विकास कालोनी से असोड़ा मार्ग का निर्माण, गांधी विहार की सड़क का निर्माण, आदर्शनगर कालोनी का नाला, मेरठ रोड पर राजीव इन्क्लेव, गढ़-दिल्ली रोड का डिवाइडर, शिवलोक कालोनी की सड़क, जाट भवन की गली सहित करीब तीन दर्जन निर्माण कार्य या तो अधर में पड़े हैं या फिर शुरू ही नहीं हो सके हैं।
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क्या कहते हैं पालिकाध्यक्ष --
शासन स्तर पर पत्र भेजा गया है, जिससे कि धनराशि का आंवटन हो सके। करीब पांच करोड़ रुपये के विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। जैसे ही धनराशि मिल जाएगी तो विकास कार्य शुरू करा दिए जाएंगे। नगर पालिका और बोर्ड के सदस्य पूरी तरह से शहर के विकास को लेकर गंभीर हैं। - प्रफुल्ल सारस्वत, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद