हापुड़-पिलखुवा के बीच चटकी पटरी, हड़कंप

हापुड़-पिलखुवा के बीच कस्तला कासमाबाद से आगे बृहस्पतिवार को रेल पटरी चटक गई। गेटमैन ने गश्त के दौरान पटरी चटकी देखकर अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। सूचना मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में रेल संचालन रोक दिया गया और इंजीनियरों की टीम को मरम्मत करने के लिए मौके पर भेजा गया। करीब 45 मिनट बाद मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद पटरी पर कॉशन लगाकर ट्रेनों को धीमी गति से रवाना किया गया। इस दौरान तीन ट्रेनों को जहां-तहां रोक दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 05:52 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 05:52 PM (IST)
हापुड़-पिलखुवा के बीच चटकी पटरी, हड़कंप
हापुड़-पिलखुवा के बीच चटकी पटरी, हड़कंप

जागरण संवाददाता, हापुड़ : हापुड़-पिलखुवा के बीच कस्तला कासमाबाद से आगे बृहस्पतिवार को रेल पटरी चटक गई। गेटमैन ने गश्त के दौरान पटरी चटकी देखकर अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। आनन फानन में रेल संचालन रोक दिया गया और इंजीनियरों की टीम को मरम्मत करने के लिए मौके पर भेजा गया। करीब 45 मिनट बाद मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद पटरी पर कॉशन लगाकर ट्रेनों को धीमी गति से रवाना किया गया। इस दौरान तीन ट्रेनों को रोक दिया गया।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े आठ बजे को कस्तला कासमबाद हाल्ट और पिलखुवा स्टेशन के बीच गेटमैन पेट्रो¨लग कर रहे थे। तभी एक गेटमैन की नजर चटकी पटरी पर पड़ गई। उसने रेलवे कंट्रोल रूम के साथ साथ हापुड़ स्टेशन के अधिकारियों को मामले की सूचना दी। सूचना मिलने पर कर्मचारियों और अधिकारियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। आनन-फानन में तीन ट्रेनों को पिलखुवा और हापुड़ के बीच रोककर इंजीनियरों की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया। करीब 45 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद पटरी पर मरम्मत कार्य किया गया। इसके बाद करीब सवा नौ बजे पटरी पर कॉशन लगाकर ट्रेनों को धीमी गति से रवाना किया गया। मंडल रेल प्रबंधक एके ¨सघल ने बताया कि कोहरा पड़ने से अक्सर पटरी चटकने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। कर्मचारियों और अधिकारियों को पेट्रो¨लग करने के आदेश दे दिए गए हैं।

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