रेल रोको कार्यक्रम को लेकर अलर्ट
जागरण संवाददाता हापुड़ लखीमपुर खीरी में हुए उपद्रव और तीन कृषि कानूनों के विरोध में स
जागरण संवाददाता, हापुड़
लखीमपुर खीरी में हुए उपद्रव और तीन कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा जनपद में गढ़मुक्तेश्वर समेत दो स्थानों पर रेल रोके जाने के अफसरों को इनपुट मिले हैं। इसके मद्देनजर जनपद को तीन जोन, दो सुपर जोन व नौ सेक्टर में बांटा गया है। पुलिस चौकियों को सब सेक्टर बनाया गया है। पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवानों को अलर्ट कर दिया गया। इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई। जीआरपी और आरपीएफ के अफसरों ने भी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। किसान नेताओं से पुलिस व प्रशासन के अफसर संपर्क कर समझाने के प्रयास में लगे हैं।
थाना हापुड़ देहात क्षेत्र के गांव ददायरा में किसानों ने बैठक हुई। जिसमें भाकियू के मंडल महासचिव यशवीर चौधरी, धनवीर शास्त्री, भगत राम सिंह, कुशल पाल आर्य, वीरेंद्र सिंह आदि ने भाग लिया। उनका कहना था कि तीन कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा से इस्तीफा लिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा। शनिवार को गांव गांव भाकियू पदाधिकारियों ने किसानों से संपर्क किया और बड़ी संख्या में रेल रोकने के आह्वान को सफल बनाने की अपील की। अन्य किसान संगठन भी अपना सहयोग देंगे। वहीं खुफिया विभाग की टीम भी अलर्ट हो गई है।
गढ़मुक्तेश्वर संवाद सहयोगी के अनुसार भाकियू के मंडल प्रवक्ता ने बताया कि 18 अक्टूबर को देशभर में सुबह दस से शाम चार बजे तक रेल रोकी जाएंगी। 26 अक्टूबर को लखनऊ में लखीमपुरी खीरी घटना के विरोध में किसानों की महापंचायत होगी। संगठन के पदाधिकारियों के आदेश पर आज यानि सोमवार को गढ़मुक्तेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को रोका जाएगा।
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क्या कहते हैं अपर पुलिस अधीक्षक
जनपद में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। शांति व्यवस्था खराब नहीं होने दी जाएगी। पुलिस व साथ साथ प्रशासनिक अधिकारी भी तैनात किए गए हैं। -सर्वेश कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक
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क्या कहते हैं आरपीएफ कमांडर
रेलवे स्टेशन के साथ साथ रेलवे ट्रेक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। -नरेंद्र कुमार, आरपीएफ कमांडेंट