ठंड और बारिश ने जनजीवन किया प्रभावित

जागरण संवाददाता हापुड़ नए साल की शुरुआत होते ही कड़ाके की ठंड के बीच रविवार को

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 08:00 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 08:00 PM (IST)
ठंड और बारिश ने जनजीवन किया प्रभावित
ठंड और बारिश ने जनजीवन किया प्रभावित

जागरण संवाददाता, हापुड़:

नए साल की शुरुआत होते ही कड़ाके की ठंड के बीच रविवार को झमाझम बारिश हुई। रविवार तड़के बिजली गिरने से शुरू हुई बारिश शाम तक रुक-रुककर होती रही। पूरे दिन धूप नहीं निकली। इससे ठंड बढ़ गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो दिन तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। सोमवार और मंगलवार को भी बारिश का पूर्वानुमान है।

शनिवार शाम ही आसमान में बादल छा गए थे। जिले कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इससे ठंड का असर कम नहीं हो सका। रविवार तड़के ही बिजली गरजने के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। लोग जब उठे तो उन्हें बारिश की फुहार मिलीं। रविवार को अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार बारिश के बाद आसमान साफ होगा तब जनवरी के दूसरे सप्ताह में धूप खिलने का पूर्वानुमान बना हुआ है। हवा की गुणवत्ता सुधरने के बाद अगले सप्ताह से अच्छी धूप खिलेगी। कम हुआ हवा में प्रदूषण

कई दिन तक धूप खिलने के बाद हवा में धूल, धुआं और उत्सर्जित गैसों की मात्रा बढ़ने से वायु गुणवत्ता सूचकांक में भी इजाफा हो गया था। रविवार को बारिश होने के कारण एक्यूआइ में सुधार हुआ है। एक्यूआइ का स्तर कम होने से आने वाले दिनों में धुंध कम रहेगी। हालांकि इस दौरान कोहरा और बादल छाए रहेंगे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट के मुताबिक शनिवार दोपहर एक बजे हापुड़ का एक्यूआइ 228 अंकों पर पहुंच गया था। जबकि रविवार शाम छह बजे एक्यूआइ 100 अंक पर पहुंच गया। प्रदूषण के स्तर में और सुधार होने की उम्मीद है। बारिश से फसलों को फायदा

नए साल के पहले सप्ताह में अचानक ली मौसम की करवट से ठंड के तापमान को और गिरा दिया है। जिससे आमजन को परेशानी हो रही है। बारिश से पशुपालकों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिला कृषि अधिकारी शिव कुमार ने बताया कि बारिश से गेहूं, आलू और सब्जियों की फसल को अच्छा लाभ मिल रहा है। अगर बारिश के साथ ओला आता है तो फसलों को नुकसान हो सकता है। पिलखुवा में भी झमाझम हुई बारिश

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संस, पिलखुवा : रविवार अलसुबह शुरू हुई बूंदाबांदी दिनभर होती रही। इस बीच चली शीतलहर के कारण मौसम में ठंड बढ़ गई। बारिश के कारण शहर में कई स्थानों पर अलाव नहीं जल पाए। बारिश के कारण लोगों घरों में कैद रहे। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा।

नगर पालिका परिषद के अधिकारियों की अनदेखी के कारण बिना मानसून की बारिश में भी शहर वासियों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा। न्यू आर्य नगर, रेलवे रोड, भोलापुरी, मंडी तिराहा, गांधी बाजार सहित आदि स्थानों पर जलभराव के हालात रहे।

नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विकास कुमार का कहना है कि बदलते मौसम को देख सार्वजनिक स्थानों के साथ प्रत्येक वार्ड में कम से कम एक अलाव की व्यवस्था की गई है। ठंड के प्रकोप ने घरों में दुबकने को मजबूर किया

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संस, गढ़मुक्तेश्वर: बर्फ जैसी ठंडी हवा चलने के साथ ही रात में कोहरा गिरने से शीत लहर जैसे प्रकोप ने पहले ही लोगों की कंपकंपी छुड़ाई हुई थी, परंतु शनिवार की रात से लेकर रविवार देर शाम तक रुक रुककर हो रही रिमझिम बारिश से मौसम का मिजाज पूरी तरह कूल कूल होने से सर्दी की थर्ड डिग्री ने हर किसी की मुश्किल बढ़ा दी है।

बारिश होने के साथ ही आकाश में दिनभर बादल छाए रहने से देर शाम तक सूरज के दर्शन नहीं हो पाए। जिससे घरों के बाहर आने जाने की बजाए लोग बिस्तरों में लिपटे रहे। शीत लहर के प्रकोप से रोगी, महिला, बुजुर्ग और छोटे बच्चों को सर्वाधिक परेशानी हुई, जबकि दिनभर रिमझिम बारिश होने से सबसे अधिक दिक्कत गरीब मजदूर वर्ग को झेलनी पड़ी। बारिश से हाल ही में बोई गई गेहूं, जौ, चना, सरसों की फसलों समेत खेतों में पानी भरने से हरी सब्जी की खेती में काफी नुकसान हुआ है। टूटी सड़कों पर भरा पानी

सीवर लाइन बिछाने के दौरान तोड़ी गईं जिन सड़कों की जल निगम द्वारा अभी तक मरम्मत नहीं कराई जा सकी है, उनके गड्ढों में बारिश का पानी भरने से नगर वासियों को सड़कों पर पैदल चल पाना भी बड़ी चुनौती रहा। विभिन्न स्थानों पर सड़कों के गड्ढों में पानी भरने से पैर फिसलने पर महिला-बच्चों समेत कई लोग चोटिल भी हो गए।

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