जमींदोज हो चुके वाटर हाईड्रेंट, नलकूप से भरे जा रहे टैंकर

जासं हमीरपुर जनपद में लगाए गए वाटर हाईड्रेंट विभाग को ढूढ़ने में भी नहीं मिल रहे ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:45 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:45 PM (IST)
जमींदोज हो चुके वाटर हाईड्रेंट, नलकूप से भरे जा रहे टैंकर
जमींदोज हो चुके वाटर हाईड्रेंट, नलकूप से भरे जा रहे टैंकर

जासं, हमीरपुर : जनपद में लगाए गए वाटर हाईड्रेंट विभाग को ढूढ़ने में भी नहीं मिल रहे हैं। मुख्यालय में एकमात्र फायर ब्रिगेड के सामने का वाटर हाईड्रेंट क्रियाशील है। इसके अलावा अन्य सभी हाईड्रेंट कहां हैं। इसका कोई अता पता नहीं है। ऐसे में फायर टैंकरों को नलकूप के माध्यम से भरा जाता है या अन्य व्यवस्था देखी जाती है।

वाटर हाईड्रेंटों के न होने से दमकल टीम को भीषण अग्निकांड में परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। मुख्यालय समेत मौदहा व राठ में अग्निशमन विभाग के द्वारा प्रमुख स्थानों में वाटर हाईड्रेंट स्थापित कराए गए थे, लेकिन अब इनके जमीन में दफन से दमकल टीमों को पानी के लिए भटकना पड़ता है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल कुमार पाल का कहना है कि मुख्यालय में बनाए गए मार्गों के नीचे हाईड्रेंटों के दबने से यह परेशानी आई है। नलकूपों में कपलिग लगाकर फायर टैंकरों को भरकर काम चलाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब से पानी लिया जाता है। यहां स्थापित कराए गए थे वाटर हाईड्रेंट

मुख्यालय में कुल 12 स्थानों में वाटर हाईड्रेंट स्थापित किए गए थे। फायर स्टेशन के सामने, जिला पुलिस अस्पताल के सामने, सदर अस्पताल रोड बाजार तिराहे पर, कालपी चौराहे पर, मांझखोर रमेड़ी पीपल के पेड़ के नीचे, माधुरी पैलेस के पास, सदर अस्पताल के टीवी अस्पताल गेट पर, कालपी चौराहा हाथी दरवाजा के पास, पशु अस्पताल गेट के पास, आकिल तिराहा, रमेड़ी तिराहा में भोला चक्की के पास, विकास भवन कुछेछा इनमें से मात्र फायर स्टेशन के सामने का वाटर हाईड्रेंट संचालित है। बाकी सब जमीन में दफन हो चुके हैं। राठ में नौ स्थानों में लगे हाईडेंट जमींदोज हो चुके हैं। यही हाल मौदहा कस्बे का भी है।

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