नमाजे तरावीह के दौरान मुकम्मल हुआ कुरआन

जासं हमीरपुर रमजान का चांद निकलते ही उसी रात से तरावीह (विशेष नमाज) शुरू होती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:13 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:13 PM (IST)
नमाजे तरावीह के दौरान मुकम्मल हुआ कुरआन
नमाजे तरावीह के दौरान मुकम्मल हुआ कुरआन

जासं, हमीरपुर : रमजान का चांद निकलते ही उसी रात से तरावीह (विशेष नमाज) शुरू होती है। अल्लाह की मुकद्दस किताब कुरआन शरीफ रमजान में नाजिल हुई थी। ईशा की नमाज के बाद 20 रकआत तरावीह की नमाज अदा होती है। जिसे रमजान में अदा की जाती है। पूरे रमजान चलने वाली तरावीह में हाफिज पूरा कुरआन शरीफ सुनाते हैं लेकिन इस बार ऐसा नही हो सका कोरोना संक्रमण को देखते हुए। जल्दी कुरआन शरीफ मुकम्मल हुई। तरावीह पूरी होने के बाद मांगी दुआ कोरोना खात्मे की और या अल्लाह दुनिया मे जितने भी लोग परेशान हैं उनकी परेशानी दूर कर दे। अमन चैन की दुआ मांगी। खालेपुरा जामा मस्जिद के पेश इमाम कारी इफ्तिखार रजा ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए चार दिन में कुरआन पाक के 30 पारे सुनाए। सोमवार की रात तरावीह मुकम्मल होने के बाद लोगो ने माला पहना कर नजराने में (तोहफे) और एक मुश्त रकम भी दी।

chat bot
आपका साथी