एसडीआरएफ ने देखी यमुना में बहाए गए शवों की स्थिति

एसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी यमुना नदी में बहाए गए शवों की स्थितिएसडीआरफ ने स्टीमर से देखी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:28 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 11:28 PM (IST)
एसडीआरएफ ने देखी यमुना में बहाए गए शवों की स्थिति
एसडीआरएफ ने देखी यमुना में बहाए गए शवों की स्थिति

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : कोरोना संक्रमण काल के बीच यमुना नदी में शवों को बहाने के मामले को लेकर यूपी सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए अलग अलग जिलों में राज्य आपदा मोचन दल (एसडीआरएफ) की टीम को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। जिसके क्रम में जिले में भी एक प्लाटून एसडीआरएफ टीम भेजी गई है। जिसने सोमवार को स्टीमर के सहारे नदी का भ्रमण किया और शवों की स्थिति देखी। करीब एक घंटे तक टीम ने यमुना नदी में भ्रमण किया।

यमुना नदी में लगातार शवों के बहाए जाने को लेकर जिला स्तर में भी एक निगरानी समिति का गठन किया गया है। इसके साथ ही एक प्लाटून एसडीआरएफ की टीम को भी यमुना नदी की निगरानी के लिए लगाया गया है। सोमवार को दस सदस्यीय टीम ने स्टीमर के सहारे यमुना नदी में भ्रमण किया और करीब एक घंटे तक शवों की तलाश करती रही। इस दौरान टीम को कोई भी शव नही मिला। कोरोना संक्रमण काल के बीच तमाम लोगों की मौतें हुईं हैं। जिनके स्वजन शवों को जल प्रवाह कर रहे हैं। जिसके कारण यमुना नदी में शवों के उतराने से लोगों में भी अफरा तफरी मची हुई थी। लेकिन अब नदी में शव बहाने वालों पर सख्ती बरती जाने लगी है। कोई भी यदि शव नदी में बहाता मिलेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसडीआरएफ की टीम दो हफ्ते रुकेगी और लगातार यमुना नदी में अपनी नजर बनाए रखेगी।

जेल में बंदियों और कैदियों को दी गई होम्योपैथिक दवा : होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी के निर्देश पर जिला कारागार में कोरोना महामारी से बचाव को बंदियों व कैदियों के अलावा जल स्टाफ को दवा वितरित की गई। जिसमें जेल अधीक्षक द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डा. आशारानी ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए होम्योपैथिक दवा आर्सेनिक एल्बम 30 इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम व जेलर रामरतन यादव के माध्यम से जिला जेल में निरुद्ध 750 कैदियों व बंदियों के अलावा जेल प्रशासन के करीब 50 अधिकारी कर्मचारी व उनके सभी स्वजन के लिए पर्याप्त मात्रा में दी गई। दवा वितरण टीम में जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी के अलावा टीम में डॉ. बृजेश कुमार कुशवाहा, डॉ. आभा गुप्ता, वार्ड ब्वाय आनंद द्विवेदी शामिल रहे। टीम ने कोरोना से बचाव संबंधित जानकारी भी दी। बताया कि आर्सेनिक एल्बम दवा को 5 गोली तीन दिन लगातार सुबह खाली पेट लेना है। साथ ही नियमित योग, प्रणायाम सुबह टहलना, फेफड़े की एक्सरसाइज जैसे अनुलोम, विलोम, कपाल भांति, गहरी सांस लेना, जैसे व्यायाम करने चाहिए। जिससे कोरोना पॉजिटिव होने पर भी जान का खतरा कम रहेगा और जल्दी स्वस्थ्य होगे। चिकित्साधिकारी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को भी उनके कार्यालय में सभी अधिकारी कर्मचारियों के लिए 200 शीशियां दी गई। इसके अलावा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय व एनआइसी में भी दवा वितरित की गई।

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