पुरानी खाद लेने से इन्कार, भेजी गई वापस

संस भरुआ सुमेरपुर करीब एक पखवाड़े बाद कस्बे की क्षेत्रीय सहकारी समिति में आई यूरिया ख

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:43 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:43 PM (IST)
पुरानी खाद लेने से इन्कार, भेजी गई वापस
पुरानी खाद लेने से इन्कार, भेजी गई वापस

संस, भरुआ सुमेरपुर : करीब एक पखवाड़े बाद कस्बे की क्षेत्रीय सहकारी समिति में आई यूरिया खाद एक वर्ष पुरानी होने तथा बोरी में ही दाने की बजाय पत्थर की तरह होने के कारण किसानों ने लेने से इन्कार करते हुए अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। किसानों का कहना है कि जिले के अधिकारी किसानों के साथ मजाक कर रहे हैं। बाद में खाद को समिति से वापस कर दिया गया।

करीब एक पखवाड़े बाद कस्बे की क्षेत्रीय सहकारी समिति में यूरिया खाद आते ही खाताधारक किसानों का समिति में सुबह से मजमा लग गया। लेकिन जब किसानों ने यूरिया खाद की बोरियों की दुर्दशा पर गौर किया तो भड़क उठे और एआर सहकारिता के रवैया पर आक्रोश जाहिर किया। समिति के खाताधारक भाकियू भानु गुट के राष्ट्रीय सचिव संतोष सिंह, दुलीचंद विश्वकर्मा, राकेश शर्मा, राधेश्याम तिवारी, राजाराम अनुरागी, राजू सिंह, हरबंस सिंह, महिपत सिंह ने बताया कि बुधवार को समिति में जो यूरिया आई है वह एक वर्ष पुरानी है। किसी भी बोरी में खाद के दाने नहीं है। सभी जमकर पत्थर के रूप में तब्दील हो गई है। इसको लेकर किसान क्या करेगा। क्योंकि यह फसलों के लिए बेकार है। समिति के अध्यक्ष रामबिहारी कुशवाहा ने बताया कि एआर सहकारिता को अवगत कराकर खाद को वापस कराया जा रहा है। क्योंकि यह खाद किसानों के उपयोग लायक नहीं है। इसके बाद खाद को ट्रक में लादकर लौटा दिया गया। एआर सहकारिता रामसागर चौरसिया ने बताया कि खाद का भंडारण पूर्व से किया जाता है। हल्की-फुल्की सीलन से बोरियों की खाद जम जाती है। इससे गुणवत्ता में कोई असर नहीं पड़ता है। पीसीएफ के जिला प्रबंधक दिनेश सिंह ने बताया कि अगर खाद जम गई है तो उसकी जगह किसानों को दूसरी खाद उपलब्ध कराई जाएगी। बुधवार की शाम महोबा में रैक लगने वाली है। गुरुवार से खाद आपूर्ति सभी जगह की जाएगी।

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