रेफरल सेंटर के रूप में कार्य कर रही पीएचसी
संस भरुआ सुमेरपुर कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों की करीब तीन लाख की आबादी को स्वास्थ्य सेवा दे
संस, भरुआ सुमेरपुर : कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों की करीब तीन लाख की आबादी को स्वास्थ्य सेवा देने वाली पीएचसी रेफरल सेटर बन गई है। दवा के नाम पर यहां केवल चंद टेबलेट्स के अलावा कुछ नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक जब तक इसे सीएचसी नहीं बनाया जाएगा, सभी सुविधाएं नहीं मिल सकेंगी।
कोविड से निपटने को कस्बे में अस्थायी हॉस्पिटल बनाकर सुविधाएं जुटाई गई थी। इसी हॉस्पिटल का विस्तारीकरण करके तीसरी लहर से निपटने के इंतजाम किए जा रहे हैं। पीएचसी में चार डाक्टरों के साथ फार्मेसिस्ट, वार्डब्वाय, सफाई कर्मी हैं। डिलीवरी आदि पुराने स्वास्थ्य केंद्र में ही होती है। कस्बे सहित ब्लॉक की 57 ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य सुविधा के लिए एकमात्र पीएचसी में खून की जांच के अलावा कोई सुविधाएं नहीं होने से डाक्टर अक्सर मरीजों को रेफर कर देते हैं।
प्रभारी डिप्टी सीएमओ डा. महेश चंद्रा ने बताया कि यहां का भवन छोटा होने के कारण पुराने भवन में जच्चा बच्चा केंद्र चलाया जाता है। यहां ओपीडी के साथ इमरजेंसी चलाई जाती है। पीएचसी के हिसाब से यहां सभी सुविधाएं हैं। जब तक इसको उच्चीकृत करके सीएचसी नहीं बनाया जाएगा तब तक समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मिलना संभव नहीं है। कोविड से निपटने के लिए कस्बे के राजकीय पॉलिटेक्निक कालेज के छात्रावास को अधिग्रहण करके एल वन हॉस्पिटल बनाकर लोगों को उपचारित किया गया है।