कंट्रोल रूम में आने वाली कॉल की बने नोटबुक
कोरोना संक्रमण में मरने वालों का पता किया जाए कारण नोडल अधिकारीकोरोना संक्रमण में मरने वालों का पता किया जाए कारण
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : सोमवार को नोडल अधिकारी व सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग एनजी रवी कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट में बने इंटीग्रेटेड कोविड- कमांड सेंटर व कोविड कंट्रोल रूम का औचक रूप से निरीक्षण किया गया। इस मौके पर नोडल अधिकारी ने कंट्रोल रूम की व्यवस्था का जायजा लिया तथा कहा कि कोविड-19 के चलते होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों अथवा अन्य लक्षण युक्त गंभीर मरीजों के लिए आपात स्थिति के लिए एंबुलेंस एवं दवाओं की व्यवस्था रखी जाए। इमरजेंसी में बात करने के लिए उन्हें अलग से कांटैक्ट नंबर दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के संबंध में रेंडमली जांच भी की जाए। कोविड के एडमिट मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में उनके स्वजन को दिन में दो बार अवश्य बताया जाए। जिले में जो मृत्यु हुई हैं उनके कारणों का डेटा एनालिसिस किया जाए। आइसोलेशन में रहने वालों पर लगातार नजर रखी जाए। पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्ति से तत्काल संपर्क कर उनको अस्पताल पहुंचा कर इलाज शुरू कराया जाए। टीकाकरण के कार्यों में ग्राम प्रधानों, आशाओं आदि का भी सहयोग लिया जाए। कंट्रोल रूम में जो भी फोन आ रहे हैं उसको एक नोटबुक में नोट किया जाए। नोडल अधिकारी ने कुरारा एल-2 हॉस्पिटल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। एल-2 प्रभारी डॉ.पीके सिंह ने बताया कि हॉस्पिटल में जितनी भी मृत्यु हुई हैं। उसमें से किसी का भी वैक्सीनेशन नहीं था। अस्पताल में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को अच्छा से अच्छा भोजन तथा अन्य सुविधाएं देने की बात भी नोडल अधिकारी ने कही। इस मौके पर जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव, सीडीओ कमलेश कुमार मौजूद रहे।