नम आंखों के साथ मां व बेटा बेटी के शवों का हुआ अंतिम संस्कार

जागरण संवाददाता हमीरपुर मंगलवार तड़के कानपुर देहात जनपद के भोगनीपुर के पास सड़क द

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 07:38 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 07:38 PM (IST)
नम आंखों के साथ मां व बेटा बेटी 
के शवों का हुआ अंतिम संस्कार
नम आंखों के साथ मां व बेटा बेटी के शवों का हुआ अंतिम संस्कार

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मंगलवार तड़के कानपुर देहात जनपद के भोगनीपुर के पास सड़क दुर्घटना में सदर कोतवाली क्षेत्र के कलौलीतीर (बरदहा) गांव निवासी मां बेटे और बेटी की मौत के बाद बुधवार को गांव पहुंचे शवों को देख स्वजन में कोहराम मच गया। मृतक महिला के शव को जहां जलाया गया वहीं बच्चों के शव को दफन कर दिया गया। वहीं पत्नी की मौत होने से आंशिक रूप से दिव्यांग पति पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है।

मंगलवार तड़के कोयला लदा ट्रक कानपुर जनपद के भोगनीपुर के निकट मऊखास गांव में अनियंत्रित होकर पलट गया था। जिसमें सवार जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के कलौलीतीर गांव निवासी 42 वर्षीय राधा पत्नी श्रीकांत, आठ वर्षीय बेटी कोमल और चार वर्षीय बेटे सूरज की मौत हो गई थी। जिसके बाद बुधवार को सभी के शव गांव लाए गए। शवों को देख परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं नम आंखों के साथ ग्रामीणों ने राधा व उसके बेटा बेटी के शवों का अंतिम संस्कार कराया। वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर राजेश चौरसिया ने इसके लिए परिजनों को पांच हजार रुपये देकर मदद की। साथ ही शासन से मिलने वाली मदद शीघ्र उन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। आंशिक दिव्यांग श्रीकांत का छिना सहारा

श्रीकांत बहुत ही गरीब मजदूर है उसके तीन बेटियां और एक पुत्र हैं। बड़ी बेटी की शादी कर चुका है। केवल दो लड़कियां और एक चार वर्ष का बेटा बचा था। उसने बताया कि बहुत मिन्नतों के बाद एक पुत्र हुआ था। जिसे भगवान ने छीन लिया। वह हाथ पैरों से आंशिक रूप से दिव्यांग है। काफी इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो पाया। किसी तरह खुद व पत्नी मजदूरी करके परिवार का गुजारा करते थे, लेकिन पत्नी की मौत के बाद वह खुद को बेसहारा मान रहा है।

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